परीक्षा पे चर्चा 2025
Pariksha Pe Charcha 2025: इस साल परीक्षा पे चर्चा प्रोग्राम कुछ अलग ही ढंग में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रोग्राम के 6 एपिसोड आयोजित किए जा चुके हैं। इसके आज के यानी 7वें एपिसोड में मैरी कॉम, अवनी लेखरा और सुहास यतिराज ने छात्र-छात्राओं से बातचीत की और उन्हें कई टिप्स दिए। इस दौरान इन हस्तियों ने स्टूडेंट्स को डर को छोड़ने की सलाह दी। बता दें इससे पहले के एपिसोड्स में पीएम मोदी, दीपिका पादुकोण, विक्रान्त मेस्सी, न्यूट्रिशन एवं हेल्थ एक्सपर्ट्स शोनाली सभरवाल, रुजुता दिवेकर और रेवंत हिमतसिंगका, टेक्निकल गुरुजी और राधिका गुप्ता ने स्टूडेंट्स का मार्गदर्शन किया था और उन्हें कई टिप्स दिए थे।
‘डर के बारे में मत सोचो, डर छोड़ो’
सुहास यतिराज ने कहा, ” माइंड आपका ग्रेटेस्ट फ्रेंड है और आपका ग्रेटेस्ट दुश्मन है। डर के बारे में मत सोचो, डर छोड़ो। आप जब डर छोड़ेगे तो फिर अपना नेचुरल गेम खेलोगे। कभी ये मत सोचो कि आपके सामने कौन है। हार का डर कोर्ट के बाहर छोड़ दो।” उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा “सबसे पहले आप अपनी कैपेबिलिटी पहचानिए, अपने आप से पूछिए कि डू यू हेव द पेशन यू डू इट। अगर आपका दिल हां कहे इन बातों के लिए फिर आपके मम्मी पापा भी आपके दिल की बातों को समझ लेंगे और हां कर देंगे।”
“अगर अच्छी चीज पाना है तो वो आसानी से तो मिलने वाला नहीं है। लेकिन आपकी जो जर्नी हो वो चलती रहनी चाहिए उसके लिए आपकी पैशन और फोकस जरूरी। यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं तो आपको सूरज की तरह जलने के लिए तैयार रहना चाहिए।”
‘अंदर से मजबूत होना होगा’
मैरी कॉम ने कहा, “अपनी लाइफ में अगर आप चुनौती स्वीकार लेना चाहते हैं तो आपको बहुत मजबूत होना होगा, आपको अंदर से भी बेहद स्ट्रांग होगा।” उन्होंने कहा,”शुरूआत मैंने अपनी लाइफ में बहुत चैलेंज फेस किए, डिसकरिज हुआ शुरू-शुरू में, कितनी हंसी मजाक झेलना पड़ा।बहुत सारे चैलेंज फेस करके मुझे चैंपियन बनना पड़ा।”
अवनी लेखरा फोकस पर क्या कहा?
फोकस पर अवनी लेखरा ने कहा, “कभी-कभी कंसिस्टेंसी बहुत मेटर करती है चीजों के लिए। अगर आप रोज आधा घंटा-एक घंटा पढ़ाई करते हो, एक घंटा फोकस के साथ करोगे तो वो ज्यादा दिमाग में रहेगा। अगर आप ब्रीथिंग एक्सरसाइज करते हैं तो हार्ट रेट Calm होती और आप एक चीज पर फोकस कर पाते हो।” आगे कहा, “सोना बहुत जरूरी है क्यों कि अगर हम मेंटली फिट रहेंगे तभी तो हम एग्जाम के दिन जाकर अच्छे से लिख पाएंगे अच्छे से कर पाएंगे।”