Jio के 5G यूजर्स की संख्यां लगातार दिन दोगुनी रात चौगुनी होती जा रही है। देश के सबसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने 5G यूजर जोड़ने के मामले में दुनिया की बड़ी टेलीकॉम कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। 2022 के अक्टूबर में 5G सर्विस शुरू करने के महज दो साल में ही जियो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G ऑपरेटर बन गया है। वहीं, जियो के साथ 5G लॉन्च करने वाली कंपनी Airtel इस मामले में अभी काफी पीछे है।
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G ऑपरेटर
कंपनी द्वारा शेयर की गई वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही की रिपोर्ट के मुताबिक, जियो का 5G यूजरबेस 170 मिलियन यानी 17 करोड़ के पार पहुंच गया है। कंपनी ने दावा किया है कि इस तिमाही कंपनी ने 40 मिलियन यानी 4 करोड़ के करीब 5G यूजर्स जोड़े हैं। पिछले तिमाही में जियो का 5G यूजरबेस 130 मिलियन यानी 13 करोड़ था। वहीं, Airtel का 5G यूजरबेस जून 2024 में खत्म हुई तिमाही में 90 मिलियन यानी 9 करोड़ के करीब था।
जियो ने अपनी वित्तिय रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी का 5G नेटवर्क पर वायरलेस डेटा ट्रैफिक 40 प्रतिशत तक हो गया है। कंपनी अपने 2GB डेली डेटा या इससे ऊपर वाले प्लान के साथ अनलिमिटेड फ्री 5G डेटा ऑफर करती है। भारती एयरटेल भी अपने यूजर्स को महंगे प्रीपेड रिचार्ज प्लान के साथ अनलिमिटेड 5G डेटा ऑफर करता है। 5G यूजर्स के मामले में जियो अब केवल चाइना टेलीकॉम से पीछे है।
5G स्मार्टफोन की बढ़ती डिमांड
भारत में जिस तरह से 5G स्मार्टफोन की डिमांड बढ़ी है। ऐसे में आने वाले समय में भारत का 5G यूजरबेस दुनिया में सबसे ज्यादा होने की संभावना है। वहीं, इंडस्ट्री से जुड़ी रिपोर्ट्स की मानें तो 2025 के आखिर तक भारत में 5G स्मार्टफोन का बाजार 50 बिलियन डॉलर को पार कर सकता है। इसका फायदा टेलीकॉम ऑपरेटर्स को मिलने वाला है। इस समय Airtel और Jio देश के सभी टेलीकॉम सर्किल में 5G सर्विस मुहैया करा रहे हैं। वहीं, Vodafone Idea और BSNL की 5G सर्विस भी इस साल बड़े पैमाने पर शुरू हो सकती है।
पिछले साल जुलाई में निजी टेलीकॉम कंपनियों द्वारा मोबाइल टैरिफ बढ़ाने का फायदा उनके एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर यानी ARPU को हुआ है। हालांकि, टेलीकॉम कंपनियों के यूजर्स लगातार कम हो रहे हैं। पिछले दिनों आई TRAI की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर महीने में Airtel को छोड़कर किसी भी प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटर्स के यूजर नहीं बढ़े हैं।
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