
पनीर से कई तरह की डिशेज बनाई जाती हैं और यह प्रोटीन का अच्छा सोर्स है।
मुंबई: महाराष्ट्र में ‘हलाल’ और ‘झटका’ मटन का मुद्दा शांत भी नहीं हुआ कि अब ‘असली’ और ‘एनालॉग’ पनीर का मुद्दा उठ खड़ा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के ही एक विधायक ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा है कि असली पनीर के नाम पर महाराष्ट्र में कई दुकानदार एनालॉग पनीर बेच रहे हैं। इस मुद्दे पर बोलते हुए बीजेपी विधायक विक्रम पाचपुते ने कहा कि वह इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे। पाचपुते बुधवार को असली और नकली पनीर लेकर विधानसभा भी पहुंचे हैं। बता दें कि असली और एनालॉग पनीर देखने में एक जैसे होते हैं और उनमें अंतर कर पाना मुश्किल होता है।
असली और एनालॉग पनीर की कीमतों में है काफी अंतर
बता दें कि पनीर को लेकर बीजेपी विधायक विक्रम पाचपुते की शिकायत के बाद महाराष्ट्र में कई जगहों पर FDA ने छापेमारी कर लाखों रुपये का एनालॉग पनीर जब्त किया है जिसे असली पनीर बताकर बेचा जा रहा था। खास बात यह है कि जहां एक तरफ असली पनीर करीब 400 रुपये किलो बिकता है वहीं एनालॉग पनीर की कीमत सिर्फ 200-250 रुपये के बीच में होती है। हालांकि कई दुकानदार एनालॉग या नकली पनीर को असली बताकर ग्राहक को बेचते हैं और एक तरह से उनकी जेब के साथ-साथ सेहत से भी धोखा करते हैं।
वेजिटेबल ऑयल और अन्य चीजों से बनता है एनालॉग पनीर
पाचपुते ने बताया कि असली पनीर प्रोटीन का अच्छा सोर्स है जबकि एनालॉग पनीर एक तरह से तेल का गोला होता है जिसे वेजिटेबल ऑयल्स आदि से बनाया जाता है, और इसे बनाने में डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं होता है। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद इसके कई दुकानदार एनालॉग पनीर को असली पनीर के नाम पर बेचते है। बीजेपी विधायक ने असली पनीर और एनालॉग पनीर दिखाते हुए दोनों का अंतर भी बताया और इस बात की भी जानकारी दी कि इससे स्वास्थ्य पर क्या-क्या नुकसान होता है। बता दें कि एनालॉग पनीर बेचना गुनाह नहीं है लेकिन एनालॉग पनीर को असली पनीर बताकर बेचना कानूनन जुर्म है।