नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग बुधवार को छिटपुट घटनाओं के साथ संपन्न हो गई। कुछ इलाकों में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो मतदान शांतिपूर्वक ही रहा। मतदान खत्म होने के बाद बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली विधानसभा सीट को लेकर बड़ा बयान दिया है। वर्मा ने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुखमंत्री यह सीट हार रह रहे हैं, और बड़े मार्जिन से उनकी हार होगी। बता दें कि नई दिल्ली विधानसभा सीट पर बीजेपी की तरफ से प्रवेश वर्मा, AAP से अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस से संदीप दीक्षित चुनाव मैदान में हैं।
‘दिल्ली की जनता को धन्यवाद देता हूं’
यह पूछे जाने पर कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की क्या संभावनाएं हैं, प्रवेश वर्मा ने इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मैं लोगों से मिलता था तो वे कहते थे कि हमको झूठ बोलने वाली सरकार नहीं चाहिए। वे कहते थे कि हमें ऐसी सरकार चाहिए जो मोदी जी के साथ मिलकर हमारे लिए अच्छा काम करे। मुझे इस बात की खुशी है कि दिल्ली की जनता ने एक अच्छी सरकार बनाने के लिए मतदान किया है। मैं दिल्ली के लोगों को मतदान में उत्साहपूर्वक हिस्सा लेने के लिए और एक अच्छी सरकार बनाने का फैसला करने के लिए धन्यवाद देता हूं।’
‘केजरीवाल अच्छे मार्जिन से चुनाव हार रहे हैं’
यह पूछे जाने पर कि दिल्ली में बीजेपी की कितनी सीटें आएंगी, वर्मा ने कहा, ‘मैं यह कह सकता हूं कि अरविंद केजरीवाल चुनाव हार रहे हैं, और अच्छे मार्जिन से हार रहे हैं। मेरा लक्ष्य केवल चिड़िया की आंख पर था, इसलिए मैं पूरी दिल्ली पर ध्यान नहीं दे पाया। लेकिन मीडिया के माध्यम से मैंने जो भी देखा, जो भी एग्जिट पोल आए हैं, वे बहुत ही अच्छा संकेत दे रहे हैं।’ यह पूछे जाने पर कि केजरीवाल आपके खिलाफ बराबर शिकायत करते रहे, वर्मा ने कहा, ‘केजरीवाल को मालूम था कि वह चुनाव हार रहे हैं, इसलिए वह किसी न किसी तरीके से मुझे फंसाना चाहते थे। यही वजह है कि वह तरह-तरह के झूठ बोलते थे, मेरे खिलाफ आरोप लगाते थे, चुनाव आयोग में शिकायत करते थे।’
‘दिल्ली में BJP की सरकार बन रही है’
एक अन्य सवाल के जवाब में प्रवेश वर्मा ने कहा, ‘बिल्कुल, दिल्ली में हमारी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन रही है। इस पर कोई दो राय नहीं है। मैं आपको बता रहा हूं कि 8 तारीख को हमारे जितने विधायक जीत कर आएंगे, उनकी बैठक होगी और फिर वह विधायक दल का नेता चुनेंगे। उसके ऊपर पार्टी अपनी मोहर लगाएगी तो सभी को पता लगेगा कि सीएम फेस कौन होगा। यह पार्टी का सामूहिक फैसला होता है।’