
पाकिस्तानी कमांडो निकला पहलगाम हमले का आतंकी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे भारत में गुस्सा है। हर कोई आतंक और इसके सरपरस्तों पर सख्त एक्शन की मांग कर रहा है। पहलगाम अटैक में भी पाकिस्तान का ही हाथ है। इस बात को वहां के हुक्मरान मान नहीं रहे लेकिन अब नापाक साजिश का बड़ा सबूत सामने आया है। पहलगाम अटैक में शामिल आतंकी हाशिम मूसा पाकिस्तान का पैरा कमांडो निकला है। पहलगाम हमले में पाकिस्तानी साजिश का सबसे बड़ा सबूत सामने आया है। इस हमले में पाकिस्तानी सेना, ISI का हाथ होने के सबूत मिले हैं। हमले में शामिल हाशिम मूसा पाकिस्तानी सेना का कमांडो है। आतंकी मूसा पाकिस्तानी स्पेशल फोर्स का पूर्व पैरा कमांडो है। आतंकवादी मूसा लश्कर के साथ भी काम करता है। पाकिस्तानी फोर्स ने मूसा को SSG से लश्कर में भेजा था। मूसा पहलगाम से पहले दो टेरर अटैक में भी शामिल था। मूसा गांदरबल हमले में भी शामिल रह चुका है। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना का पूर्व पैरा कमांडो हाशिम मूसा आतंकी हमले में था शामिल। वह सैटेलाइट फोन पर इंस्ट्रक्शन ले रहा था।
SSG से लश्कर में भेजा गया था मूसा
खुलासा हुआ है कि पाकिस्तानी फोर्स ने हाशिम मूसा को SSG से लश्कर में भेजा था। मूसा पहले जम्मू कश्मीर में हुए 2 टेरर अटैक में भी शामिल रहा है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर अब बेनकाब हो गए हैं। पाकिस्तान के हर झूठ का अब पर्दाफाश हो गया है। हाशिम मूसा पहले पाकिस्तानी सेना में था। फिर लश्कर में जाने के बाद उसे जम्मू-कश्मीर भेजा गया ताकि वो सुरक्षा बलों और गैर-स्थानीय नागरिकों पर हमलों को अंजाम दे सके। पहलगाम में जिस बेरहमी से नरसंहार हुआ, उसे देखकर किसी की भी रूह कांप जाए। लेकिन पाकिस्तानी की बेशर्मी ऐसी है कि वहां के नेता भारत को ही गीदड़ भभकी दे रहे हैं और दुनिया के सामने नापाक खुद को पाकसाफ दिखाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, अब आतंकी हाशिम मूसा पर हुए खुलासे ने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है।
हाशिम मूसा को क्यों चुना गया?
पहलगाम हमले का मास्टर माइंड पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा है। मूसा अभी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है। मूसा को पाकिस्तान के स्पेशल फोर्सेज ने लश्कर को सौंपा। इससे जिहादी संगठनों और पाकिस्तान के बीच साठगांठ का पता चलता है। पाकिस्तानी स्पेशल फोर्स के पैरा-कमांडो हाईली ट्रेंड होते हैं और यही वजह से पहलगाम जैसे हाई रिस्क ऑपरेशन के लिए पाक सेना के पैराकमांडो हाशिम मूसा को भेजा गया। मूसा ने गांदरबल के गगनगीर में अक्टूबर 2024 में हमले को अंजाम दिया था। इसमें 7 लोगों की जान गई थी। बूटा पथरी अटैक भी मूसा ने कराया था जिसमें 2 आर्मी जवान शहीद हुए थे जबकि 1 सिविलियन की जान गई थी।
सेना की राडार पर ये आतंकी
जम्मू कश्मीर में कई आतंकवादी एक्टिव हैं जो भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं। सोपोर, पुलवामा, शोपियां में ये दहशतगर्द एक्टिव हैं। अनंतनाग और कुलगाम में भी कई टेररिस्ट हैं। अब ये आतंकी इंडियन आर्मी और जम्मू कश्मीर पुलिस की रडार पर हैं। इस हिट लिस्ट में 14 आंतिकियों के नाम हैं। इनमें टेररिस्ट आदिल रहमान सोपोर से, पुलवामा का आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट टारगेट पर हैं। शोपियां से आसिफ अहमद, नसीर अहमद, शाहिद अहमद, आमिर अहमद डार, अदनान डार रडार पर हैं। अनंतनाग के 2 आतंकी जुबैर अहमद वानी और हारून राशिद गनी हैं जिनका खात्मा किया जाना है।
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