
सकीना, तारा सिंह और जीते।
भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए पहलगाम हमले का भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत के हमले में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के के 9 आतंकी ठिकाने उड़ाए गए हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तान पर भारत की कार्रवाई लगातार जारी है। हाल ही में अपडेट आई की पाकिस्तानी आतंकी और मसूद अजहर का भी रऊफ अजहर मारा गया और अब बड़ी खबर आई है कि पाकिस्तान के रावलपिंडी स्टेडियम को भारत ने तबाह कर दिया, जहां आज मैच होने वाला था। फिलहाल इस वक्त सनी देओल के कई फिल्मी डायलॉग चर्चा में हैं, जो इस वक्त पाकिस्तानियों के लिए मिर्ची की काम करेंगे। इन्हें सुनते ही मिर्ची लगना तय है।
ये हैं सनी देओल के पांच धांसू डायलॉग
- साल 2001 में रिलीज हुई ‘गदर’ में सनी देओल तारा सिंह के रोल में नजर आए थे। इस फिल्म से उनका एक डायलॉग काफी चर्चित हुआ था। इस डायलॉग को सुनने के बाद आज भी पाकिस्तानियों का खून खौल उठता है। ये रहा डायलॉग- ‘अशरफ अली! आपका पाकिस्तान जिंदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज नहीं लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा! बस बहुत हो गया।’
- ‘यह मुल्क कोई खेत का टुकड़ा नहीं है, जो यूं ही बंट जाएगा।’ ये डायलॉग भी ‘गदर: एक प्रेम कथा’ का ही है। इस डायलॉग को सनी देओल ने कहा है। फिल्म का ये डायलॉग काफी अहम है और ये पाकिस्तान की बदहाली को दर्शाता है।
- ‘अगर आज भी आपके देश के लोगों को भारत वापस जाने का मौका मिले… तो आधा पाकिस्तान खाली हो जाएगा। कटोरा लेकर घूमोगे और भीख भी नहीं मिलेगी।’ गदर के तारा सिंह का ये डायलॉग आज भी लोगों के दिल को छू जाता है और इसे सुनते ही भारतीयों की रगों में जोश भर जाता है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानियों को खूब मिर्ची भी लगती है। ये डायलॉग सनी देओल ने पाकिस्तानी सेना के कमांडर से कहा था।
- ‘किन हिंदुस्तानियों को गोली से उड़ाएंगे आप लोग, हम हिंदुस्तानियों की वजह से आप लोगों का वजूद है। दुनिया जानती है कि बंटवारे के वक्त हम लोगों ने आप लोगों को 65 करोड़ रुपये दिए थे तब जाकर आपके छत पर तरपाल आई थी। बरसात से बचने की हैसियत नहीं और गोलीबारी की बात कर रहे हैं आप लोग!’, गदर: एक प्रेम कथा के तारा सिंह का ये डायलॉग आज के सिनेरियों में एकदम सटीक बैठता है। बदहाली में भी पाकिस्तान की डींगें कम नहीं होती हैं।
- साल 1996 में आई घातक का काशी भी पाकिस्तान की बैंड बजा सकता है। माना की ये डायलॉग पाकिस्तान के लिए नहीं बोला गया था, लेकिन इसे भी आज की परिस्थिति से जोड़ा जा सकता है। ये डायलॉग है, ‘हलक में हाथ डालकर कलेजा खींच लूंगा हरामखोर.. उठा उठा के पटकूंगा! उठा उठा के पटकूंगा! चीर दूंगा, फाड़ दूंगा साले!’