
स्ट्रॉबेरी मून
11 जून को आकाश में एक अजब सा खगोलीय नजारा देखने को मिलेगा, जब जून माह की आखिरी पूर्णिमा के दिन रात में स्ट्रॉबेरी मून दिखेगा। बता दें कि इस साल यह एक माइक्रो मून भी होगा, जो पृथ्वी से थोड़ा अधिक दूर होने के कारण सामान्य से थोड़ा छोटा और धुंधला भी दिखाई देगा। बता दे कि 10 जून को सूर्यास्त के तुरंत बाद दिखाई देगा और दक्षिण पूर्वी क्षितिज पर नीचे की ओर उदय होते ही थोडा बड़ा और चमकीला दिखाई देगा।
कितने बजे और कहां दिखेगा स्ट्रॉबेरी मून?
टाइम एंड डेट डॉट कॉम के मुताबिक, यह 11 जून को सुबह 03.44 बजे (अमेरिका के समयानुसार) पूर्वी समय पर दिखेगा। वहीं, स्ट्रॉबेरी मून अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में दिखाई देगा। स्थान के मुताबिक, समट अलग-अलग हो सकता है।
क्यों कहा जा रहा स्ट्रॉबेरी मून?
इस चांद को स्ट्रॉबेरी मून उसे कलर के कारण नहीं कहा जा रहा बल्कि इसके पीछे का तर्क है कि नेटिव अमेरिकन ट्राइव्स स्ट्रॉबेरी मून दिखते ही स्ट्रॉबेरी की फसल की कटाई शुरू कर देते थे।
जानकारी दे दें कि 20 जून को ग्रीष्म संक्रांति से कुछ दिन पहले होने वाला स्ट्रॉबेरी मून मौसमी कैलेंडर के रूप में काम करता है, जैसे वसंत की अंतिम पूर्णिमा या गर्मियों की पहली पूर्णिमा।
क्यों कहा जा रहा माइक्रो मून?
इस साल स्ट्राबेरी मून इसलिए कहा जा रहा क्योंकि यह चंद्रमा की कक्षा में पृथ्वी से सबसे दूर बिंदु पर है। इस कारण यह सामान्य पूर्णिमा की तुलना में थोड़ा छोटा और धुंधला दिखाई देगा।
चाँद पूरा क्यों दिखाई देता है?
पूरा चांद (पूर्णिमा) तब दिखाई देता है जब चंद्रमा पृथ्वी से सूर्य के ठीक विपरीत होता है। इससे चंद्रमा की सतह हमें पूरी तरह से दिखाई देती है। इस दौरान, सूर्य का प्रकाश चंद्रमा से परावर्तित होता है, जिससे यह पूर्ण रूप से दिखाई देता है। वहीं, स्ट्रॉबेरी मून वायुमंडलीय बिखराव के कारण, खासकर क्षितिज के पास पीला या नारंगी दिखाई दे सकता है।
ये भी पढ़ें:
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कब है स्नान-दान का शुभ मुहूर्त, जानें क्या करना चाहिए दान
ज्येष्ठ माह का आखिरी बड़ा मंगल आज, रात में जरूर कर लें इनमें से 1 उपाय; बरसेगा धन
