BSNL Q-5G सर्विस से क्यों टेंशन में हैं निजी कंपनियां? बिना सिम के भी चलेगा सुपरफास्ट 5G इंटरनेट


BSNL 5G Service
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बीएसएनएल 5G

BSNL ने निजी कंपनियों की टेंशन बढ़ाते हुए हैदराबाद में अपनी Q-5G यानी Quantum 5G सर्विस को लॉन्च कर दिया है। इसके अलवाा सरकारी कंपनी जल्द ही बेंगलुरू, विशाखापत्तनम, पुणे, चंडीगढ़ और ग्वालियर में BSNL Q-5G सर्विस को सॉफ्ट लॉन्च करने वाली है। कंपनी के प्लान 999 रुपये से शुरू होते हैं, जिसमें यूजर्स को 100Mbps की सुपरफास्ट इंटरनेट स्पीड मिलेगी। वहीं, कंपनी ने 1,499 रुपये के प्लान की भी घोषणा की है, जिसमें यूजर्स को 300Mbps की स्पीड से इंटरनेट मिलेगी। BSNL की 5G सर्विस की खास बात यह है कि इसके लिए यूजर्स को न तो कोई SIM कार्ड खरीदना होगा और न ही कोई तार लगाने की जरूरत होगी।

क्या है BSNL Q-5G FWA?

BSNL ने अपनी क्वांटम 5G सर्विस को खास तौर पर उन टीयर-2 और टीयर-3 शहरों के लिए लॉन्च किया है, जहां ऑप्टिकल फाइबर की मौजूदगी बेहद सीमित है। इन शहरों में रहने वाले लोग, बिजनेस और दफ्तरों में 5G सर्विस पहुंचाई जाएगी, ताकि वो अच्छी स्पीड में इंटरनेट की सुविधा ले सके। भारत संचार निगम लिमिटेड की यह Q-5G सर्विस पूरी तरह से भारत में बनी टेक्नोलॉजी पर निर्भर है। कंपनी यूजर्स को भारत में बने इक्वीपमेंट्स के जरिए सुपरफास्ट कनेक्टिविटी मुहैया कराएगी। FWA यानी फिक्स्ल वायरलेस एक्सेस के जरिए यूजर्स को 5G सर्विस मिलेगी।

बिना SIM और वायर के कैसे चलेगा 5G इंटरनेट?

BSNL की Q-5G सर्विस में यूजर्स को कॉलिंग की सुविधा नहीं मिलेगी। वे केवल हाई स्पीड इंटरनेट डेटा ही एक्सेस कर पाएंगे। इसमें Airtel Xstream Fiber और Jio AirFiber की तरह ही यूजर्स को बिना सिम और वायर के 5G इंटरनेट का एक्सेस मिलेगा। इसके लिए दूरसंचार कंपनी यूजर के छत पर CPE (Customer Premises Equipment) लगाएगी, जो BSNL के 5G सिग्नल को कैच करके यूजर के घर में मौजूद राउटर में 5G इंटरनेट पहुंचाने का काम करेगी। इस तरह बिना सिम कार्ड या फिर ऑप्टिकल फाइबर या तार के जरिए ही यूजर को सुपरफास्ट इंटरनेट कनेक्टिविटी मिल सकेगी।

बढ़ेगी निजी कंपनियों की टेंशन?

BSNL ने अपनी 5G सर्विस लॉन्च करके निजी कंपनियों की टेंशन बढ़ा दी है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी यूजर्स को किफायती दरों में 5G इंटरनेट पहुंचाने का काम करेगी, जिसकी वजह से निजी कंपनियों के लिए नया कंपीटिशन पैदा हो जाएगा। इसके अलावा सरकारी कंपनी अपनी 5G सर्विस में पूरी तरह से भारत में बने इक्वीपमेंट्स का इस्तेमाल करती है, जिसकी वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी कोई खतरा नहीं रहेगा।

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