
75 वर्षीय शख्स की शादी के अगले दिन मौत।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में 75 एक वर्षीय बुजुर्ग दूल्हे और 35 वर्ष की दुल्हन की सुहागरात इन दिनों सोशल मीडिया में सुर्खियों में है। इसका कारण सुहागरात की सुबह बुजुर्ग दूल्हे की मौत है। दरअसल, 75 साल के बुजुर्ग ने 35 साल की महिला से शादी की और सुहागरात के बाद ही उनकी अचानक मौत हो गई। इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा होने लगी। बुजुर्ग के अंतिम संस्कार को भतीजों ने रोक दिया था। अब क्षेत्राधिकारी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बुजुर्ग की मौत का कारण बताया है।
मौत का कारण क्या निकला?
शुक्रवार को क्षेत्राधिकारी केराकत अजीत कुमार रजक ने बताया कि 1 अक्टूबर को गौराबादशाहपुर थाने को सूचना मिली कि कुछ मुछ गांव के एक व्यक्ति जिसकी उम्र 75 वर्ष है, उसके शव को कब्जे में लेकर पंचनामा करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस की जांच में यह मामला प्रकाश में आया है कि संगरू राम जिसकी उम्र 75 वर्ष थी उसकी पहली पत्नी की मृत्यु 1 वर्ष पहले हो चुकी है। मृतक ने 29 तारीख को दूसरी शादी की थी और विवाह के अगले दिन ही उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया है कि संगरू राम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण (सेरेब्रोवास्कुलर) दिमाग की नस फटने को बताया गया है। घटना के विषय मे पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
बुजुर्ग ने क्यों की थी 75 की उम्र में शादी?
दरअसल, ये घटना जनपद मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर गौरा बादशाहपुर थाना क्षेत्र के कुछमुछ गांव की है। यहां 75 वर्षीय संगरू राम की पत्नी की एक साल पहले मौत हो चुकी थी। संगरू राम की कोई संतान नहीं थी और वह अकेले ही खेती करके जीवन यापन कर रहे थे। उनके भाई और भतीजे दिल्ली में रहकर कारोबार करते हैं। गांव वालों के मुताबिक, संगरू राम पिछले कुछ दिनों से दूसरी शादी करने की बात कर रहे थे। संगरू राम अपने विवाह के लिए कुछ दिन पहले अपने हिस्से की 5 बिस्सा जमीन पांच लाख रुपये में बेच चुके थे।
गांव के लोगों ने उन्हें समझाने की कोशिश भी की लेकिन वह नहीं माने। 29 सितंबर के दिन सोमवार को उन्होंने जलालपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली 35 वर्षीय मनभावती से कोर्ट मैरिज करने के बाद मंदिर में शादी रचाई। मनभावती की भी यह दूसरी शादी थी। उनकी पहली शादी से दो बेटियां और एक बेटा है।
कैसे हुई बुजुर्ग की मौत?
पत्नी मनभावती ने बताया कि “संगरू ने मुझसे कहा था कि तुम बस मेरा घर संभाल लेना, बच्चों की जिम्मेदारी मैं उठाऊंगा। शादी के बाद हम रात में देर तक बातें करते रहे। सुबह उनकी तबियत अचानक खराब हो गई और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।”
मंगलवार की सुबह इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई। संगरू राम के भतीजों ने मामले को संदिग्ध बताते हुए अंतिम संस्कार रुकवा दिया। उनका कहना था कि जब तक वे दिल्ली से नहीं आ जाते, अंतिम संस्कार नहीं होगा। मामले को बढ़ता देख गौरा बादशाहपुर थाने की पुलिस ने मृतक संगरू राम के शव को अपने कब्जे में लेते हुए शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया। बुधवार को दिल्ली से जौनपुर पहुंचे संगरू राम के भतीजों ने पोस्टमार्टम करवाया और देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया। फिलहाल इस मामले पर संगरू राम के परिजन अब मीडिया के सामने कुछ बोलने से कतरा रहे है। (रिपोर्ट: सुधाकर शुक्ला)
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