सोने में मच गया शोर, कीमत ₹1,27,950 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा, चांदी एक दिन में ₹7500 महंगी


स्टोर पर सोने की जूलरी ट्राई करतीं महिलाएं।- India TV Paisa

Photo:PTI स्टोर पर सोने की जूलरी ट्राई करतीं महिलाएं।

अमेरिका-चीन के बीच कारोबारी तनावों के फिर से उभरने के बाद सुरक्षित निवेश की बढ़ी हुई मांग के चलते सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतें 1,950 रुपये बढ़कर 1,27,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गईं। पीटीआई की खबर के मुताबिक, अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत शुक्रवार को 1,26,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। इसके अलावा, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत में भी 1,950 रुपये की वृद्धि हुई और यह 1,27,350 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,25,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना लगभग 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4,084 डॉलर प्रति औंस के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।

चांदी एक दिन में ₹7500 महंगी

सोने की कीमतों के साथ-साथ चांदी में भी सोमवार को जबरदस्त तेजी देखी गई। यह सफेद धातु 7,500 रुपये बढ़कर 1,79,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के नए रिकॉर्ड पर पहुँच गई। शुक्रवार को यह 1,71,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी भी लगभग 3 प्रतिशत बढ़कर 51.74 डॉलर प्रति औंस के नए सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।

क्या कहते हैं मार्केट एक्सपर्ट

एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनावों के कारण सुरक्षित निवेश की मांग में अचानक तेजी आई है, जिससे सोने की कीमतों में उछाल आया है। अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ चीनी उत्पादों पर 100 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने की घोषणा और चीन द्वारा दुर्लभ मृदा खनिजों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की धमकी ने वैश्विक अनिश्चितता और जोखिम से बचने की भावना को तेज किया है। त्रिवेदी ने कहा कि यह भू-राजनीतिक तनाव और निवेशकों से सुरक्षित निवेश की निरंतर बढ़ती मांग सोने के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखे हुए हैं।

कीमत को और मिल सकता है सपोर्ट

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा कि सर्राफा की कीमतें नए और अभूतपूर्व स्तरों तक पहुंच चुकी हैं, जो मुख्य रूप से त्योहारी मौसम में बढ़ी हुई मांग और आपूर्ति तथा तरलता की संरचनात्मक कमी के कारण है। परमार ने आगे कहा कि सोने में वृद्धि मुख्य रूप से बढ़ती निवेश रुचि और वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों के साथ-साथ केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार सोने की खरीदारी से प्रेरित है। ट्रेडर्स का मानना है कि कीमती धातुओं का मौजूदा बुल मार्केट निवेश के रुझान और मौसमी खरीदारी चक्रों की वजह से और भी ऊपर जा सकता है।

अमेरिका ने चीन को लेकर दिए ये संकेत

शुक्रवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के नए निर्यात नियंत्रणों के जवाब में 1 नवंबर से चीनी उत्पादों पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। हालांकि, ट्रंप ने बाद में इस महीने के अंत में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ संभावित बैठक से पहले वार्ता के लिए तैयार होने का संकेत दिया और कहा कि चीन के साथ व्यापार संबंध सामान्य होंगे। जानकारों का कहना है कि इस महीने के अंत में और दिसंबर में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की उम्मीद के साथ-साथ लंदन में चांदी की आपूर्ति में कमी ने सफेद धातु की तेजी को और भी बढ़ावा दिया है।

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