Facebook, Instagram पर फ्रॉड वाले ऐड दिखाकर Meta ने की अरबों की कमाई, नई रिपोर्ट में बड़ा खुलासा


Meta- India TV Hindi
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मेटा

Facebook, Instagram, Thread, WhatsApp जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पैरेंट कंपनी Meta ने फ्रॉड वाले ऐड्स दिखाकर अरबों रुपये की कमाई की है। सामने आई एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी कही जाने वाले Meta ने फ्रॉड वाले और बैन हुए ऐड दिखाकर करीब 1419 अरब रुपये की कमाई की है। कंपनी के एक इंटरनल डॉक्यूमेंट में इस बात का खुलासा हुआ है।

Meta ने यह अनुमान लगाया था कि उनके रेवेन्यू का 10 प्रतिशत हिस्सा यानी 16 अरब डॉलर (लगभग 1419 अरब रुपये) स्कैम और बैन प्रोडक्ट वाले ऐड से आए हैं। Reuters की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया कंपनी अपने प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, थ्रेड्स आदि के जरिए कम से कम तीन सालों तक फर्जी ई-कॉमर्स और इन्वेस्टमेंट स्कीम, अवैध ऑनलाइन कसीनो और बैन मेडिकल प्रोडक्ट्स के ऐड की पहचान नहीं कर पाई। ये ऐड्स फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप के करोड़ों यूजर्स को दिखाते रहे।

डेली दिखाए जाते हैं 15 अरब फर्जी ऐड्स

मेटा के इंटरनल डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक, मेटा प्लेटफॉर्म्स पर हर दिन लगभग 15 अरब हाई रिस्क वाले ऐड्स दिखाए जाते हैं। इन ऐड्स में फ्रॉड के संकेत होते हैं और कंपनी हर साल इनसे 7 अरब डॉलर की कमाई करती है। मेटा पर ये ऐड्स उन मार्केटर से आते हैं, जो सीधे तौर पर संदिग्ध नजर आते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटा का इंटरनल वॉर्निंग सिस्टम इन ऐड को आसानी से फ्लैग कर सकता है।

फर्जी ऐड्स से डबल कमाई

कंपनी सिर्फ ऐसे ऐड्स को बैन करती है, जब उसके ऑटोमेटेड सिस्टम को 95% अनुमान होता है कि वो स्कैम चला रहे हैं। मेटा के सिस्टम में अगर फ्रॉड की संभावना कम होती है, तो ऐसे ऐड से कंपनी साधारण ऐड्स के मुकाबले ज्यादा चार्ज करती है। मेटा के इंटरनल डॉक्यूमेंट्स की मानें तो अगर ऐसे किसी ऐड को यूजर क्लिक कर देते हैं तो उन्हें ये ऐड्स और ज्यादा मात्रा में दिखने लगते हैं। ऐसा कंपनी के ऐड-पर्सनलाइज्ड सिस्टम की वजह से होता है, जो यूजर्स को उनकी पसंद के हिसाब से ऐड दिखाने लगता है।

मेटा ने आरोप को बताया भ्रामक

हालांकि, मेटा के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने इन आरोपों को भ्रामक बताया है। उन्होंने कहा कि 2024 में मेटा की कुल कमाई का 10.1 प्रतिशत हिस्सा फ्रॉड वाले ऐड से आने वाला आरोप ‘रफ और ओवर-इनक्लूसिव’ था। कंपनी का मानना है कि ऐसे फ्रॉड वाले ऐड्स की संख्यां कम है और इनमें से ज्यादातर ऐड्स वैलिड थे। हालांकि, कंपनी की तरफ से ऐसे किसी ऐड्स की संख्यां नहीं बताई गई है।

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