
पाकिस्तान के CDF फील्ड मार्शल असीम मुनीर।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार से कहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और पाकिस्तान के बीच में से एक को चुन ले। मुनीर ने दावा किया कि सीमा पार से आने वाले ज्यादातर आतंकवादी समूहों में अफगान नागरिक शामिल हैं। हाल ही में इस्लामाबाद में आयोजित नेशनल उलेमा कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुनीर ने पाकिस्तान की तुलना 1400 साल पहले पैगंबर द्वारा अरब क्षेत्र में स्थापित राज्य से की। 10 दिसंबर को दिए गए इस भाषण की आधिकारिक जानकारी सीमित थी, लेकिन रविवार को स्थानीय टेलीविजन पर इसके चुनिंदा क्लिप प्रसारित किए गए जिससे हलचल मच गई।
मुनीर ने जिहाद पर भी दिया बड़ा बयान
मुनीर ने अफगान तालिबान सरकार से कहा कि वह पाकिस्तान और TTP के बीच चुनाव करे। उन्होंने दावा किया कि सीमा पार से पाकिस्तान में घुसपैठ करने वाले TTP ग्रुप में 70 प्रतिशत अफगान नागरिक हैं। उन्होंने पूछा, ‘क्या अफगानिस्तान हमारे पाकिस्तानी बच्चों का खून नहीं बहा रहा है?’ उन्होंने कहा कि अफगान तालिबान को पाकिस्तान और TTP में से एक चुनना होगा। मुनीर ने आगे कहा कि किसी इस्लामिक राज्य में जिहाद का आदेश केवल राज्य ही दे सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया, ‘जिहाद के लिए फतवा जारी करने का अधिकार केवल उन लोगों के पास है जिन्हें राज्य की ओर से अनुमति और आदेश मिला हो। बिना राज्य के आदेश और अनुमति के कोई भी जिहाद का फतवा नहीं जारी कर सकता।’
‘पाकिस्तान को रूहानी मदद मिली’
मुनीर के भाषण में इस्लामिक संदर्भों की भरमार थी और उन्होंने कई कुरान की आयतों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया में 57 इस्लामिक देश हैं और उनमें से ‘अल्लाह ने हमें हरमैन शरीफैन (मक्का और मदीना) की सुरक्षा का सम्मान दिया है।’ मुनीर ने मई में भारत के साथ हुए संघर्ष का जिक्र करते हुए दावा किया कि पाकिस्तान को ‘रूहानी मदद’ मिली। बता दें कि भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह पहलगाम हमले के जवाब में था, जिसमें 26 आम नागरिक मारे गए थे। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुंचाया था।
