
स्वामी रामदेव ने बताया फेफड़ों को क्लीन करने का रामबाण तरीका
सुबह की शुरुआत, थोड़ी सी गर्माहट, थोड़ा सा सुकून और एक ऐसी रेसिपी से जो सांसों तक आराम पहुंचाती है। ये है ‘एक नेचुरल जापनीज इन्फ्यूजन’ पॉट में डाल रहे हैं। प्याज के तीन स्लाइस, संतरे के चार स्लाइस, एक स्लाइस नींबू, थोड़ा-सा कटा हुआ अदरक..अब डालेंगे तेज पत्ता और दो दालचीनी स्टिक और इसे 15 मिनट तक उबलने दीजिए। सुबह खाली पेट बस एक कप ये इन्फ्यूजन लंग्स इन्फ्लेमेशन दूर करता है, गले को राहत देता है। लेकिन प्रदूषण और स्मोकिंग का असर फेफड़ों पर भी पड़ रहा है। अगर फेफड़ों के रास्ते खुले रहें, तो सांस लेना भी आसान रहता है।
लेकिन जब आप ये गर्म काढ़ा पीते हैं ना तो फेफड़े क्लियर हो जाते हैं। हेल्दी और एक्टिव बने रहते हैं। और संभलने का यही वक्त है क्योंकि बाहर हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। नये साल से पहले पहाड़ों में जमकर बर्फबारी हो रही है। सर्द हवा चल रही है, ऊपर से कोहरा और पॉल्यूशन मिलकर लंग्स और पूरे रेस्पिरेटरी ट्रैक पर अटैक कर रहे हैं। ऐसे मौसम में जरा-सी लापरवाही सांसों की इमरजेंसी ला सकती है। वैसे भी टीबी के मामले फेफड़ों की पुरानी परेशानियां और निमोनिया तीनों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। सांस लेते वक्त अगर चेस्ट में दर्द बढ़े, सांस फूलने लगे, सीने में जकड़न महसूस हो तो सावधान हो जाइए। क्योंकि बच्चे-बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों में निमोनिया तेजी से गंभीर हो सकता है। और बिना जांच के दवा लेना,खासतौर पर एंटीबायोटिक सीधा नुकसान करता है।
मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने भी बेहद अहम चेतावनी दी। ICMR की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने बताया निमोनिया और UTI जैसी बीमारियों में एंटीबायोटिक्स बेअसर होती जा रही हैं और इसकी सबसे बड़ी वजह है लोगों का बिना डॉक्टर की सलाह एंटीबायोटिक लेना। ऐसे में ये समझना बेहद जरूरी है कि गलत दवा बीमारी को और बिगाड़ सकती है। और तभी पीएम को अपील करनी पड़ी। ऐसे में अपनी सेहत का ख्याल रखिए, मौसम के हिसाब से सतर्क रहिए और योग करना मत भूलिए, यही असली बचाव है। आज स्वामी रामदेव से जानेंगे कि फेफड़ों को कैसे मजबूत बनाएं।
किससे कितना प्रदूषण?
| ज़हरीली गैस | PM 10 | PM 2.5 |
| 4 पहिया पैट्रोल वाहन 20% | अपशिष्ट जलाना 25% |
अपशिष्ट जलाना24% |
| दुपहिया पैट्रोल वाहन 14% | पराली 23% |
पराली 23% |
| इंडस्ट्रियल 12% | घर का कचरा 18% |
घर-इंडस्ट्री का कचरा 28% |
| केमिकल्स 8% | इंडस्ट्रियल 15% |
धुएं-स्मॉग का असर
- गले में खराश
- आंखों में जलन,
- कंजक्टिवाइटिस
- नाक में खुजली
- ज़ुकाम
- सूखी खांसी
- सीने मे चुभन
- स्किन एलर्जी
प्रदूषण से बचने के लिए करें ‘उपाय’
1. बुज़ुर्ग,बच्चे, मरीज़ बाहर ना निकलें
2. बाहर जाना पड़े तो मास्क पहनें
3. घर में एयर प्यूरीफायर लगाएं
4. खट्टी, ठंडी चीज़ें सॉफ्ट ड्रिंक्स से बचें
5. न्यूट्रिशस फूड और आंवला खाएं
6. वक्त वक्त पर पानी पीते रहें
7. गले में खराश हो तो गरारे करें
8. नाक बंद हो तो सुबह में भाप लें
तंबाकू से बीमारी का डर
हार्ट प्रॉब्लम
शुगर
लंग्स प्रॉब्लम
माइग्रेन
एंग्जाइटी
डिप्रेशन
सिगरेट छुड़ाने में कारगर ये चीजें
हल्दी
लौंग
काली मिर्च
बबूल की छाल
अजवाइन
पिपरमिंट
कपूर
सेंधा नमक
एलर्जी का रामबाण इलाज
100 ग्राम बादाम, 20 ग्राम कालीमिर्च, 50 ग्राम शक्कर को मिलाकर पाउडर बनाएं। फिर इसे 1 चम्मच दूध के साथ लें।
नशा छुड़ाने में कारगर अजवाइन अर्क
250 ग्राम अजवाइन को 1 लीटर पानी में पकाएं। खाने के बाद अर्क पीएं। जल्द आराम मिलेगा
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)
