भोपाल: राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा ने आज सुबह बुरहानपुर के रास्ते पहले हिंदी भाषी राज्य मध्य प्रदेश में एंट्री की। हालांकि, यात्रा के राज्य में प्रवेश करने में अपने पूर्व-कार्यक्रम शेड्यूल से थोड़ी देरी हुई। पार्टी सूत्रों का कहना है कि लगभग सभी कार्यक्रम समान रहेंगे। शेड्यूल के हिसाब से राहुल गांधी की यात्रा करीब 13 दिन तक मध्य प्रदेश में रहेगी और इंदौर में लगभग तीन दिन तक रुकेगी। इस यात्रा के जरिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी राज्य में 382 किलो मीटर का सफर तय करेंगे। इसके बाद 3 दिसंबर की शाम को आगर जिले से राजस्थान में प्रवेश करेंगे।
राहुल का साथ देती नजर आएंगी प्रियंका
दिल्ली से लेकर भोपाल तक के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा चुनावी लाभ के लिए एक इवेंट नहीं है। पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि यह न केवल देश की राजनीति बल्कि कांग्रेस के लिए भी एक क्रांतिकारी क्षण होगा। वहीं, आपको बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में प्रियंका गांधी अभी तक शामिल नहीं हुई थीं। कर्नाटक में मां सोनिया गांधी यात्रा का हिस्सा बनी थीं लेकिन मध्य प्रदेश में प्रियंका गांधी राहुल गांधी का साथ देती हुई नजर आएंगी।
‘चुनावों की दिशा तय करेगी भारत जोड़ो यात्रा’
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ा यात्रा का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। इसका एकमात्र उद्देश्य सद्भाव, भाईचारे को बचाना और भारत के संविधान की रक्षा करने के अलावा किसानों और गरीब लोगों की आवाज उठाने के लिए है। हालांकि, कुछ सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस यात्रा को 2023 के अंत में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू करने के लिए एक ‘लॉन्च पैड’ के रूप में देख रही है। वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के युवा चेहरों ने दावा किया कि यह यात्रा चुनावों की दिशा तय करेगी। राज्य इकाई के चीफ कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश कांग्रेस ने 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से अखिल भारतीय यात्रा शुरू होने के तुरंत बाद ही अपनी तैयारी शुरू कर दी थी। कांग्रेस ने राज्य के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों से 18 उप-यात्राओं का आयोजन किया है।
13 दिन तक मध्य प्रदेश में राहुल की यात्रा
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार, यात्रा अगले 13 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश के तीन क्षेत्रों क्रमश मालवा (इंदौर, उज्जैन), निमाड़ (बुरहानपुर खंडवा, खरगोन), मध्य भारत के हिस्से आगर और सुसनेर जिलों को कवर करेगी। इन तीनों क्षेत्रों के सामाजिक और आर्थिक मुद्दे एक दूसरे से अलग हैं। इनमें कुछ जगहों पर किसानों, आदिवासियों और कुछ अन्य हिस्सों में छोटे कारोबार, बेरोजगारी जैसे मुद्दे हैं। यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी कई समुदाय के लोगों से मिलेंगे और उनके मुद्दों को सुनिए। राहुल गांधी उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों का दौरा करने के अलावा खंडवा में आदिवासी नेता टंट्या भील के जन्मस्थान पर भी पहुंचेंगे।
खरगोन जिले से होकर गुजरेगी यात्रा
राहुल गांधी सरदार सरोवर समेत विभिन्न बांधों के निर्माण, अफ्रीकी चीतों के पुनर्वास और बक्सवाहा में हीरा खनन की अनुमति देने पर विस्थापित होने वाले लोगों से मुलाकात करेंगे। वहीं बुरहानपुर के किसानों समेत विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं से मुलाकात करेंगे। भारत जोड़ो यात्रा खरगोन जिले से होकर गुजरेगी जहां अप्रैल की शुरुआत में सांप्रदायिक झड़प हुई थी। यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ अत्याचार के शिकार आदिवासी, हेट क्राइम और हिंसा के शिकार लोगों के अलावा महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के खिलाफ काम करने वाली महिलाएं कुछ दूर तक साथ चलेंगी।