Suryakumar Yadav celebrates his T20I century against Sri Lanka
फैंस को श्रीलंका के खिलाफ तीन मैच की टी20 सीरीज से ठीक वही नतीजे मिले जिसकी उन्होंने उम्मीद की होगी। इस सीरीज में हाई वोल्टेज मुकाबले हुए, हर मैच में रोमांच अपने चरम पर पहुंचा, कई चाहे अनचाहे रिकॉर्ड बने और आखिर में भारत ने सीरीज को अपने नाम कर लिया, वह भी पूरे ठसक के साथ। टीम इंडिया ने सीरीज के तीसरे और आखिरी टी20 इंटरनेशनल में श्रीलंका को जमकर धोया। राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 91 रन से करारी शिकस्त दे दी। इस जीत के सफर में भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार सूर्यकुमार यादव ने सेंचुरी लगाकर तमाम फैंस का पैसा वसूल एंटरटेनमेंट भी किया।
भारत 14 साल से अपने घर में अजेय
टीम इंडिया ने पिछले 14 सालों में श्रीलंका के खिलाफ कुल छह सीरीज खेली और इसमें से पांच बार उसने फतह हासिल की। सिर्फ एक बार श्रीलंका सीरीज को ड्रॉ पर रोकने में कामयाब रहा। हालांकि पिछले मैच में श्रीलंका ने जिस तरह से प्रदर्शन किया मोमेंटम उसके साथ नजर आ रहा था पर राजकोट पहुंचते ही पूरी तस्वीर बदल गई। इस बदली हुई तस्वीर के चितेरा रहे सूर्यकुमार यादव। सीरीज के तीसरे मैच में अकेले सूर्या ने चैंपियन की तरह खेल रहे श्रीलंका को सिर के बल खड़ा कर दिया।
सूर्या के शतक ने बनाया चैंपियन
Suryakumar Yadav
यह मैच पूरी तरह से सूर्या के नाम रहा। उन्होंने 51 गेंदों में विस्फोटक अंदाज में 112 रन बनाए और आखिर तक आउट भी नहीं हुए। साल का पहला भारतीय शतकवीर बने सूर्यकुमार यादव ने इस पारी में 7 चौकों के साथ 9 आकर्षक छक्के भी लगाए। उन्होंने अपने ट्रेड मार्क स्टाइल में फील्ड को हर एंगल से भेदा और अपनी मिस्टर 360 की इमेज को और मजबूत कर दिया।
इशान-हार्दिक की नाकामी के बावजूद मिली जीत
हालांकि इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट पर 228 रन बनाए, लेकिन ये आंकड़े भारतीय बल्लेबाजी में लगातार नजर आ रही कमजोरियों को छिपाने वाली है। खुद कप्तान हार्दिक पंड्या इस सीरीज में बल्ले से प्रभाव नहीं छोड़ सके। उन्होंने 3 मैच की 3 पारियों में सिर्फ 45 रन बनाए। वहीं सलामी बल्लेबाज इशान किशन का बल्ला भी खामोश रहा। उन्होंने इस सीरीज में सिर्फ 40 रन जोड़े। इन दोनों खिलाड़ियों की गिनती टी20 फॉर्मेट में भारतीय टीम के सबसे मजबूत खिलाड़ियों के रूप में होती है। ऐसे में इन दोनों का पूरी सीरीज में नाकाम रहना शुभ संकेत तो कतई नहीं हैं।