नई दिल्लीः थाइलैंड के फुकेट में एयर इंडिया के यात्री करीब 80 घंटे से फंसे हैं। फ्लाइट में तकनीकी खराबी आने के कारण उड़ान को रद्द कर दिया है। एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI377 को फुकेट से दिल्ली आना था। 16 नवंबर की रात दिल्ली फ्लाइट आनी थी लेकिन अभी तक नहीं आ पाई है। सूत्रों के अनुसार, 35-40 यात्री हैं अभी फुकेट में हैं, उन्हें आज शाम की फ्लाइट से रवाना किया जाएगा।
पहले टेक्निकल प्राब्लम फिर इमरजेंसी लैंडिंग
जानकारी के अनुसार, तकनीकी खराबी के चलते विमान को 6 घंटे देरी से उड़ने की घोषणा की गई। फिर बोर्डिंग शुरू हुई तो एक घंटे बाद यात्रियों को उतार दिया गया और फ्लाइट को रद्द करने की जानकारी दी गई। एयर इंडिया से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 16 नवंवर को फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन की वजह से विमान को उड़ाया नहीं गया था। 17 नवंबर को जब विमान को उड़ाया गया तो उसमें टेक्निकल इश्यू आ गया, जिसके कारण इमरजेंसी लैंडिंग हुई। विमान ठीक नहीं हो पाया जिसके कारण दिक्कत हुई।
यात्रियों को आज शाम रवाना किया जाएगा
सभी यात्री को स्टे का इंतज़ाम किया गया और सभी के किराये वापस किए जाएंगे। सूत्रों ने कहा की कई यात्रियों को भेज दिया गया है। 35-40 यात्री फुकेट में हैं। उन्हें आज शाम की फ्लाइट से रवाना किया जाएगा।
100 से ज्यादा यात्री विमान में थे सवार
सोशल मीडिया पर यात्रियों द्वारा डाले गए कई पोस्ट के अनुसार, एयर इंडिया की नई दिल्ली जाने वाली उड़ान के 100 से अधिक यात्री तकनीकी खराबी के कारण कई देरी के बाद 80 घंटे से अधिक समय से थाईलैंड के फुकेत में फंसे हुए हैं। यात्रियों के मुताबिक, फ्लाइट 16 नवंबर की रात को दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली थी, लेकिन एयरलाइन के प्रतिनिधियों ने यात्रियों को तकनीकी खराबी के कारण छह घंटे की देरी की सूचना दी। यात्रियों का आरोप है कि हवाईअड्डे पर घंटों इंतजार कराने के बाद उन्हें विमान में चढ़ने के लिए कहा गया, लेकिन एक घंटे बाद उन्हें विमान से उतार दिया गया। उड़ान रद्द कर दी गई। यात्रियों में बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल थे।
इसके बाद विमान को उड़ान के लिए तैयार किया गया। यात्रियों का कहना है कि उन्हें बताया गया कि यह वही विमान है, लेकिन खराबी ठीक कर दी गई थी। विमान ने उड़ान भरी और उड़ान भरने के करीब ढाई घंटे बाद वापस फुकेत में उतरा और यात्रियों को फिर बताया गया कि तकनीकी खराबी आ गई है। तब से यात्री फुकेत में फंसे हुए हैं।
रिपोर्ट- अनामिका गौड़