
कार्डियक अरेस्ट से कैसे बचें
पिछले कुछ समय से अचानक मौत के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोई नाचते हुए फर्श पर गिर जाता है और मौत हो जाती है तो कोई जिम में एक्सरसाइज करते हुए या ट्रेडमिल पर दौड़ते-दौड़ते मौत का शिकार हो रहा है। लोग समझ पाएं उससे पहले मरीज की जान चली जाती है। इसका कारण सडन कार्डियक अरेस्ट को माना जाता है। आइये डॉक्टर से जानते हैं सडन कार्डियक अरेस्ट की वजह क्या हैं। ऐसा क्यों और किन परिस्थितियों में होता है। कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए क्या करें और कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों को कैसे समझें?
हाल ही में हुए इंडिया टीवी स्पीड न्यूज़ वेलनेस वीकेंड कार्यक्रम में हमने डॉक्टर बलबीर सिंह (चेयरमैन, कार्डियक साइंस, मैक्स हॉस्पिटल) से बात की और जाना कि आखिर क्यों अचानक से लोग अपनी जान गवां रहे है। क्यों होता है कार्डियक अरेस्ट और इसके क्या कारण हैं?
अचानक जान जाने के कारण?
डॉक्टर बलबीर सिंह ने बताया कि जब कोई मौत सोते-सोते हो जोए तो उसका कारण एरिथमिया होता है। जब कोई मौत डांस करते, जिम करते, साइकिल चलाते या कोई भी एक्टिविटी करते हुए अचानक से गिर जाएं और मौत हो जाए तो ऐसा लॉन्ग क्यूटी सिंड्रोम की वजह से होता है। साथ ही जेनेटिक सिंड्रोम की वजह से भी दिल की धड़कने रुक जाती हैं। खराब कॉलेस्ट्रल बढ़ने की वजह से कई बार लोगों की मौत हो जाती है। इसके लिए हर किसी को हाई सेंसिटिविटी सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट करना चाहिए। किसी की हार्ट हिस्ट्री अगर हार्ट संबंधी होती है तो उसका असर सीधा होता है।
हाई-सेंसिटिविटी सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (HSCRP)
सी-रिएक्टिव प्रोटीन को लिवर बनाता है। शरीर में सूजन होने पर सीआरपी का लेवल बढ़ जाता है। एक साधारण Blood Test से भी सी-रिएक्टिव प्रोटीन के लेवल का पता लगाया जा सकता है। हाई-सेंसिटिविटी सीआरपी (HSCRP) टेस्ट, सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट के मुकाबले ज्यादा संवेदनशील होता है। इस टेस्ट से डॉक्टर आपके सीआरपी लेवल को प्रभावित करने वाले विशेष कारणों की पहचान कर हार्ट और धमनी (Artery) से जुड़ी समस्याओं का पता लगा सकते हैं। जिससे हार्ट और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को कम किया जा सकता है।
कार्डियक अरेस्ट क्या है
जब हार्ट अचानक और अप्रत्याशित रूप से ब्लड पंप करना बंद कर देता है, तो मरीज में कार्डियक अरेस्ट होता है। और इसकी वजह से ब्रेन और दूसरे अंगों में खून की सप्लाई रुक जाती है या कम हो जाती है। कुछ अर्यथमिया (arrhythmias), जिनमें ह्रदय से शरीर में खून जाना पूरी तरह से बंद हो जाती है, कार्डियक अरेस्ट के कारण बन सकते हैं। कार्डियक अरेस्ट में अचानक से दिल की धड़कन बंद हो जाती है। ऐसी स्थिति में मरीज का ब्लड प्रेशर और पल्स एकदम रुक जाती है। कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से ज्यादा खरतनाक स्थिति है। कार्डियक अरेस्ट से जान जाने का खतरा कहीं ज्यादा होता है।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण क्या हैं?
अचानक व्यक्ति का बेहोश होना
अचानक से गिर जाना
सांस लेने में तकलीफ होना
कोई पल्स महसूस नहीं होना
थकान महसूस होना
चक्कर आना
सांस लेने में कठिनाई होना
जी मिचलाना
छाती में दर्द
दिल की धड़कन तेज
होश खो देना
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)