जहानाबाद में महिला सिपाही ने बैरक में फांसी लगाकर दी जान, 1 महीने के भीतर 3 पुलिसकर्मियों ने की आत्महत्या


महिला सिपाही ने की आत्महत्या।
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महिला सिपाही ने की आत्महत्या।

बिहार के जहानाबाद से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां जेल में तैनात एक महिला सिपाही ने अपनी ही बैरेक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इस घटना से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। मामला काको थाना क्षेत्र स्थित मंडल कारा की है। हालांकि, इस घटना के पीछे का कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। वहीं मृतक महिला सिपाही की पहचान कटिहार जिले के मनिहारी थाना अंतर्गत बरौनी गांव निवासी उपेंद्र प्रसाद गुप्ता की 27 वर्षीय पुत्री शिवानी कुमारी के रूप में की गई है।

बताया जाता है कि मृतका बीते एक साल से मंडल कारा में कक्षपाल के पद पर तैनात थी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर डीएम अलंकृता पांडेय,एसपी अरविंद प्रताप सिंह,एसडीपीओ संजीव कुमार सहित कई अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जायजा लिया। इस संबंध में जेल के तैनात एक कॉस्टेबल ने बताया कि वह पिछले आठ-नौ माह से जेल में कक्षपाल के पद पर तैनात थी। बुधवार की दोपहर 12 बजे तक वह अपनी ड्यूटी कर अपने बैरक मे गयी जहां उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

घटना की सूचना पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए हैं। घटना की सूचना परिजनों को दी गयी है। इस घटना से महिला सिपाही के सहकर्मी भी स्तब्ध हैं। हालांकि आत्महत्या के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। प्रथमदृश्या इस घटना का कारण घरेलू विवाद बताया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों के आने के बाद ही घटना का कारण का पता चल पाएगा।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतका की शादी जहां तय थी वो  टूट गई थी और परिजन कही दूसरी जगह शादी करना चाह रहे थे। जबकि लड़की उसी लड़के से शादी करना चाहती थी। पुलिस इस मामले में और कुछ अन्य तथ्यों की जांच कर रही है। जांच के बाद ही पता चल पायेगा कि आखिर किस वजह से महिला सिपाही ने ये खौफनाक कदम उठाया है।

 इधर इस मामले में घोसी विधायक रामबली यादव ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस विभाग में इस तरह लगातार हो रही घटना के पीछे नौकरशाही को जिम्मेवार ठहराया। उन्होंने जवानों की मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है साथ ही ऐसे मामलों को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर काउंसलिंग, स्वास्थ्य जांच और सहयोगी तंत्र को मजबूत करने की सख्त ज़रूरत है।

गौरतलब है कि जहानाबाद जिले में एक महीने के अंदर यह तीसरी घटना है,जब पुलिस विभाग के लोग आत्महत्या कर रहे हैं। पहली घटना वाणावर पर्यटक थाना क्षेत्र में एक एएसआई परमेश्वर पासवान पिछले 21 अप्रैल को थाना के क्वार्टर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वहीं दूसरी घटना चार दिन पूर्व 11 मई को सामने आई थी जब जहानाबाद पुलिस लाइन में सिपाही बिनोद चौधरी ने अपने बैरक में इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। आज यह तीसरी घटना मंडल कारा में घटी है।

एक महीने के अंदर घटी तीसरी घटना से पुलिस विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर जिले में इस तरह की घटना पिछले एक महीने में तीन-तीन घटनाएं क्यों और कैसे घट रही है। आखिर इसके पीछे वजह क्या है? इस मामले में पुलिस के कोई भी बड़े अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। (रिपोर्ट: मुकेश कुमार)





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