
रामायण की कैकेयी।
आज हम एक ऐसी अभिनेत्री की बात कर रहे हैं, जिन्होंने न सिर्फ फिल्मों में बल्कि टेलीविजन की दुनिया में भी अपनी गहरी छाप छोड़ी। अपने करियर के शिखर पर होते हुए भी उन्होंने ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कह दिया और अपने जीवनसाथी के साथ एक शांत और खुशहाल जीवन चुन लिया। हम बात कर रहे हैं जानी-मानी अभिनेत्री पद्मा खन्ना की, जिन्होंने रामानंद सागर के प्रसिद्ध टीवी शो रामायण (1987-88) में रानी कैकेयी का यादगार किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।
शुरुआती जीवन और नृत्य की शिक्षा
पद्मा खन्ना ने केवल 7 साल की उम्र में वाराणसी में गुरु किशन महाराज से कथक सीखना शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने मंच पर प्रस्तुतियां देना शुरू किया और फिर कथक में गहराई से प्रशिक्षण गोपी कृष्ण से प्राप्त किया। उनके उत्कृष्ट नृत्य कौशल को देखकर दिग्गज अभिनेत्रियां पद्मिनी और वैजयंतीमाला ने उन्हें अभिनय में करियर बनाने की सलाह दी। महज 12 साल की उम्र में पद्मा ने 1961 की भोजपुरी फिल्म ‘भैया’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। उन्हें बड़ी पहचान तब मिली जब उन्होंने 1970 की फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ में एक कैबरे डांसर की भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने ‘लोफर’, ‘जान-ए-बहार’, और ‘पाकीजा’ जैसी फिल्मों में डांस परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीत लिया। ‘पाकीजा’ में उन्होंने शुरुआती दृश्यों में मीना कुमारी की बॉडी डबल के रूप में भी काम किया।

पद्मा खन्ना।
इन फिल्मों में नजर आईं पद्मा खन्ना
पद्मा खन्ना ने ‘साज और आवाज’, ‘बीवी और मकान’, ‘बहारों के सपने’, ‘संघर्ष’, ‘दास्तान’, ‘हिंदुस्तान की कसम’, ‘रामपुर का लक्ष्मण’ और ‘सौदागर’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने हिंदी के अलावा अन्य भारतीय भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया और कुल 400 से अधिक फिल्मों का हिस्सा रहीं। फिल्मों के साथ-साथ पद्मा खन्ना ने टेलीविजन की दुनिया में भी कदम रखा। उनके करियर का सबसे प्रतिष्ठित टेलीविजन किरदार रहा रानी कैकेयी का, जो उन्होंने रामानंद सागर की ‘रामायण’ में निभाया था। इस भूमिका ने उन्हें हर घर में एक पहचाना चेहरा बना दिया।

पद्मा खन्ना।
निजी जीवन और फिल्मी दुनिया से दूरी
फिल्म निर्देशक जगदीश एल सिडाना से विवाह के बाद पद्मा खन्ना 1990 के दशक में अमेरिका शिफ्ट हो गईं। वहां उन्होंने ‘इंडियनिका डांस अकादमी’ की स्थापना की और भारतीय शास्त्रीय नृत्य को बढ़ावा देना शुरू किया। शादी के बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली और आज एक शांत, निजी और रचनात्मक जीवन जी रही हैं, चमक-दमक से दूर, लेकिन सांस्कृतिक विरासत को सहेजते हुए।
