
रागी की रोटी
रागी के अनाज को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर है। इसे खाने से वजन भी तेजी से कम होता है। लेकिन, रागी की रोटी को खाना आसान नहीं होता है। क्योंकि यह तवे से उतरते ही कड़क हो जाती है। ऐसे में ज़्यादातर लोग इसकी रोटी खाना पसंद नहीं करते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो रागी का रोटी बनाने के किए शेफ संजीव कपूर का यह नुस्खा आज़माएं।
कैसे बनाएं रागी की रोटी?
रागी की सॉफ्ट और नरम रोटी बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में पानी गर्म करें। अब इसमें ज़रा सा नमक और घी डालें। जब ये गर्म हो जाए तो उस पानी से रागी का आटा अच्छी तरह से गूंथें। आटा गूंथने के बाद उसे तुरंत इस्तेमाल न करें। इसे कम से कम 15-20 मिनट के लिए ढककर रखने से आटा अच्छी तरह सेट हो जाता है और रोटियां नरम बनती हैं।
रागी खाने के फायदे:
रागी कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है। यह अन्य अनाजों और यहां तक कि दूध से भी अधिक कैल्शियम प्रदान करता है जो हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों की कमजोरी) के खतरे को कम करने में मदद करता है। रागी में पॉलीफेनॉल और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसका मतलब है कि यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
रागी में डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है और अनावश्यक भूख को कम करता है। इसमें ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड भी होता है, जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। एनीमिया को दूर करे: रागी आयरन का एक बेहतरीन स्रोत है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आवश्यक है। यह एनीमिया (खून की कमी) से जूझ रहे लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है और शरीर में आयरन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।