
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
PM Modi Namibia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में बुधवार, 9 जुलाई को नामीबिया पहुंचे है। यहां पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ। यह प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया की पहली और भारत से किसी प्रधानमंत्री की तीसरी यात्रा है। इस दौरान पीएम मोदी को नामीबिया के सर्वोच्च पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया है।
पुरस्कार के बारे में जानें
ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह पुरस्कार 1990 में नामीबिया की स्वतंत्रता के तुरंत बाद 1995 में शुरू किया गया था, ताकि विशिष्ट सेवा और नेतृत्व को मान्यता दी जा सके। नामीबिया में पाए जाने वाले एक अनोखे और प्राचीन रेगिस्तानी पौधे, वेल्वित्शिया मिराबिलिस के नाम पर, यह पुरस्कार नामीबियाई लोगों के लचीलेपन, दीर्घायु और स्थायी भावना का प्रतीक है। यह प्रधानमंत्री मोदी का 27वां और इस दौरे का चौथा पुरस्कार है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, “ये सम्मान मेरे लिए अत्यंत गर्व और सम्मान की बात है। मैं राष्ट्रपति जी का नामीबिया की सरकार और नामीबिया के लोगों का हृदय से आभार प्रकट करता हूं। मैं इस सम्मान को 140 करोड़ भारतीयों की ओर से विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं।” उन्होंने कहा, “भारत और नामीबिया अपने स्वतंत्रता संग्राम के समय से एक दूसरे के साथ खड़े रहे हैं। हमारी मित्रता राजनीति से नहीं बल्कि संघर्ष सहयोग और आपसी विश्वास से जन्मी है। साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और उज्ज्वल भविष्य के साझा सपनों ने इसे सींचा है। भविष्य में भी हम एक दूसरे का हाथ थामे विकास पथ पर साथ-साथ आगे बढ़ते रहेंगे।”
हीरे की तरह चमकेगी हमारी साझेदारी
पीएम मोदी ने कहा, “नामीबिया दुनिया के सबसे बड़े हीरा उत्पादकों में से एक है और भारत में सबसे बड़ा हीरा पॉलिशिंग उद्योग है, वह भी मेरे गृह राज्य गुजरात में। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी साझेदारी भी इन हीरों की तरह चमकेगी।”
पीएम मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति के बीच हुई अहम चर्चा
इससे पहले पीएम मोदी ने नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नेंडी-नदैतवा के साथ वार्ता की थी। वार्ता के दौरान डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिज जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई थी। प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-नामीबिया संबंधों की समीक्षा भी की। बैठक के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिज जैसे क्षेत्रों में सहयोग हमारी चर्चा में प्रमुखता से शामिल रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने व्यापार, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर भी चर्चा की। ‘प्रोजेक्ट चीता’ में नामीबिया की सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।’’
भारत-नामीबिया ने चार समझौतों पर किए हस्ताक्षर
पीएम मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नेंडी-नदैतवा की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग, नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना, सीडीआरआई (आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन) फ्रेमवर्क और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन फ्रेमवर्क शामिल हैं। पांच देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में ब्राजील से यहां पहुंचे मोदी ने राष्ट्रीय स्मारक ‘हीरोज एकर’ में नामीबिया के संस्थापक सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। नुजोमा ने 1990 में नामीबिया को स्वतंत्रता दिलाई थी और 15 वर्षों तक राष्ट्रपति रहे थे। राष्ट्रपति नेंडी-नदैतवा के निमंत्रण पर यहां आए मोदी ने नामीबिया को अफ्रीका में एक ‘‘महत्वपूर्ण और विश्वसनीय साझेदार’’ बताया है।
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