
साई सुदर्शन
Karun Nair: भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज का चौथा मुकाबला खेल रही है, इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा जिस खिलाड़ी की हो रही है, वो हैं करुण नायर। करुण नायर करीब आठ साल बाद भारतीय टीम में वापसी करने में कामयाब हुए है। इंग्लैंड के खिलाफ जारी सीरीज के दौरान उन्हें कुल तीन मैच मिले, लेकिन वे कुछ भी खास नहीं कर पाए। इस बीच जो काम इन मैचों में करुण नायर एक भी बार नहीं कर पाए, वही काम अपने दूसरे ही मैच में साई सुदर्शन ने कर दिखाया। अब सवाल है कि करुण नायर का होगा क्या।
लगातार तीन मैच खेलकर भी नाकाम रहे करुण नायर
दरअसल जब भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया था, तब करुण नायर को जहां वापसी का मौका मिला, वहीं साई सुदर्शन को डेब्यू का अवसर दिया गया। पहले मैच में ये दोनों बल्लेबाज कुछ खास कर नहीं पाए और इसके बाद अगले मैच से साई सुदर्शन को तो आउट कर दिया गया, लेकिन करुण नायर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आ गए। सीरीज के दूसरे और तीसरे मैच में करुण नायर ने चार पारियों में नंबर तीन पर बल्लेबाजी की, लेकिन इसके बाद भी वे रन नहीं बना सके।
हर बार शुरुआत के बाद जल्दी आउट हो गए करुण
मजे की बात ये है कि करीब करीब हर बार करुण नायर को शुरुआत तो मिली, लेकिन वे इसे बड़ी पारी में तब्दील ही नहीं कर पाए। यही वजह थी कि उन पर और टीम इंडिया मैनेजमेंट पर सवाल उठने शुरू हो गए कि आखिर करुण नायर को फ्लॉप होने के बाद भी लगातार मौके क्यों दिए जा रहे हैं। आखिरकार सीरीज के चौथे मैच की प्लेइंग इलेवन से करुण नायर का पत्ता साफ हो गया और साई सुदर्शन ने तीसरे नंबर पर वापसी कर ली।
साई सुदर्शन को अब अगला मुकाबला भी मिलेगा
करुण नायर ने इन तीन मैचों की छह पारियों में जो सबसे बड़ा स्कोर बनाया था, वो 40 रन का था, लेकिन साई सुदर्शन ने अपने दूसरे ही इंटरनेशनल मैच की पहली पारी में अर्धशतक लगा दिया। साई ने 151 बॉल खेलकर 61 रन बनाए। इसमें सात चौके उनके बल्ले से आए। भले ही साई सुदर्शन बहुत बड़ी पारी नहीं खेल पाए, लेकिन इतना तो कर ही दिया कि वे अगले मैच में अपनी जगह पक्की कर लें। अभी साई के पास दूसरी पारी बाकी है, ऐसे में अगर वहां भी उन्होंने ठीकठाक बल्लेबाजी की तो फिर उनके लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि करुण नायर को लेकर टीम इंडिया मैनजमेंट क्या फैसला करता है।