
राजेश खन्ना, डिंपल कपाड़िया और ट्विंकल खन्ना।
हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना को आज भी उनकी बेहतरीन अदाकारी और सुपरहिट फिल्मों के लिए याद किया जाता है, लेकिन जितना चर्चित उनका फिल्मी करियर रहा, उतना ही चर्चित रही उनकी निजी जिंदगी भी थी। अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से उनकी शादी और फिर दोनों का अलगाव लंबे समय तक सुर्खियों में रहा। हालांकि एक और नाम, जो उनके जीवन के अखिरी वक्त में बार-बार सामने आया, वह है अनीता आडवाणी। अब अनीता ने सालों बाद राजेश खन्ना से अपने संबंधों को लेकर चुप्पी तोड़ी है और कई अहम खुलासे किए हैं।
अनीता ने किया गुपचुप शादी का दावा
हाल ही में मेरी सहेली के एक इंटरव्यू में अनीता आडवाणी ने दावा किया कि उन्होंने और राजेश खन्ना ने गुपचुप शादी की थी। अनीता ने बताया कि यह शादी पूरी तरह निजी थी, लेकिन इंडस्ट्री में इसे लेकर कोई खास चर्चा नहीं हुई, क्योंकि दोनों पहले से ही करीबी दोस्त के रूप में जाने जाते थे। उनके अनुसार, ‘हमारे घर में एक छोटा सा मंदिर था। उन्होंने मेरे लिए खुद एक मंगलसूत्र बनवाया था, सोने का, काले मोतियों वाला। उन्होंने मुझे वह पहनाया और माथे पर सिंदूर लगाया। फिर बोले कि आज से तुम मेरी जिम्मेदारी हो।’
राजेश खन्ना और अनीता आडवाणी।
किस तरह हुई थी अनीता और राजेश की शादी
अनीता का दावा है कि यह रिश्ता केवल भावनात्मक नहीं था, बल्कि उन्होंने इसे शादी के रूप में स्वीकार किया था, भले ही सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा नहीं हुई हो। सबसे चौंकाने वाला बयान तब आया, जब अनीता ने कहा कि वह डिंपल कपाड़िया से भी पहले राजेश खन्ना की जिंदगी में आई थीं। अनीता ने कहा, ‘मैं बहुत कम उम्र में उनसे मिली थी, लेकिन उस समय इतनी छोटी थी कि शादी के बारे में सोच भी नहीं सकती थी। बाद में मैं जयपुर लौट गई।’ अनीता ने ये भी बताया कि वो साल 1972 में ही राजेश खन्ना के करीब आ गई थी और तब डिंपल से उनकी शादी भी नहीं हुई थी, लेकिन जयपुर लौटने की वजह से दोनों के बीच दूरियां आईं, लेकिन फिर साल 2000 में दोनों फिर करीब आए और तब वो आशीर्वाद यानी उनके बंगले में रहने लगीं।
अनीता नहीं कर पाईं अंतिम दर्शन
राजेश खन्ना के निधन की बात करते हुए अनीता ने कहा कि वह उनसे अंतिम बार मिलने पहुंची थीं, लेकिन उन्हें घर के भीतर जाने नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बाउंसरों ने उन्हें रोक दिया और वह अंतिम दर्शन भी नहीं कर सकीं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में वो पहुंची थीं, लेकिन उन्हें अंदर जाने नहीं दिया गया। दरवाजे पर ही राजेश खन्ना का परिवार खड़ा रहा और उन्हें बाहर से वहां से जाने के लिए कह दिया। इसके बाद अनीता ने लीगल एक्शन लेने का निर्णय लिया। बता दें कि 18 जुलाई 2012 को राजेश खन्ना का मुंबई में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। वे 69 वर्ष के थे।