
अगस्त महीने में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) संग्रह में 6.5% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो ₹1.86 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है। घरेलू बिक्री में मजबूती और आने वाले त्योहारों के सीजन की वजह से आगामी महीनों में GST संग्रह में और बढ़ोतरी की उम्मीद है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, हालांकि, यह अगस्त का संग्रह जुलाई में मिले ₹1.96 लाख करोड़ से थोड़ा कम है। वहीं, पिछले साल अगस्त में GST संग्रह ₹1.75 लाख करोड़ था।
घरेलू खपत मजबूत बनी हुई है
खबर के मुताबिक, अगस्त में सकल घरेलू राजस्व 9.6% बढ़कर ₹1.37 लाख करोड़ रहा, जबकि आयात पर लगने वाले टैक्स में 1.2% की गिरावट देखी गई, जो ₹49,354 करोड़ रहा। इस दौरान GST रिफंड भी 20% घटकर ₹19,359 करोड़ पर आ गया। EY के टैक्स पार्टनर सौरभ अग्रवाल ने बताया कि निर्यात रिफंड में आई इस बड़ी कमी से वैश्विक टैरिफ नीतियों का निर्यात क्षेत्र पर असर साफ दिखता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों और भू-राजनीतिक तनावों के बावजूद घरेलू खपत मजबूत बनी हुई है, जो भारत की आर्थिक वृद्धि को स्थिर बनाए हुए है।
नेट जीएसटी राजस्व में वृद्धि
अगस्त 2025 में नेट जीएसटी राजस्व ₹1.67 लाख करोड़ रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 10.7% की सालाना वृद्धि को दर्शाता है। Deloitte इंडिया के पार्टनर एमएस मणि ने कहा कि जीएसटी कलेक्श में यह बढ़ोतरी हाल ही में जारी ड आंकड़ों के मुताबिक है और नीति निर्माताओं को आगामी GST 2.0 सुधारों पर चर्चा करने में आत्मविश्वास देगी। ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने बताया कि CGST और SGST में तो दोहरे अंकों की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन IGST और सेस संग्रह में मामूली वृद्धि ने कुल GST वृद्धि को 6.5% तक सीमित रखा है। उन्होंने कहा, “जुलाई 2025 में माल आयात में तेजी के बावजूद, आयात पर IGST में आई गिरावट आश्चर्यजनक है, जो अगस्त 2025 के GST आंकड़ों में दिखनी चाहिए थी।
GST रिफंड में कमी आई
यह संग्रह डेटा जीएसटी काउंसिल की बैठक से ठीक दो दिन पहले आया है, जिसमें केंद्र और राज्यों के मंत्री टैक्स स्लैब कम करने और दरों के पुनरावलोकन पर चर्चा करेंगे। मणि ने बताया कि चार महीनों की लगातार बढ़ोतरी के बाद इस महीने GST रिफंड में कमी आई है, हालांकि सालाना आधार पर रिफंड अभी भी पिछले साल से 18% अधिक हैं। उन्होंने कहा कि यह संग्रह जुलाई की आर्थिक गतिविधियों को दर्शाता है, जो मानसून के कारण मांग में कमी का दौर रहा।
त्योहारों का सीजन लाएगा मजबूती
मणि ने आगे कहा कि अगस्त से शुरू होकर त्योहारों का सीजन नवंबर तक जारी रहेगा, जो जीएसटी कलेक्शन में मजबूती लाएगा। हालांकि, जल्द ही प्रस्तावित जीएसटी दरों में कटौती कुछ महीनों के लिए कलेक्शन को सीमित कर सकती है। प्राइस वाटरहाउस एंड कंपनी LLP के पार्टनर प्रतीक जैन ने कहा कि सरकार आगामी GST काउंसिल बैठक में कई उत्पादों पर GST दरों में कटौती की संभावना को लेकर अगले कुछ महीनों में संग्रह की बारीकी से निगरानी करेगी।
