
यूरोपियन कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन।
सोफिया (बुल्गारिया): यूरोपियन कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के प्लेन में GPS जाम की खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेयेन के प्लेन में बुल्गारिया के ऊपर GPS सिग्नल में रुकावट आई, जिसे रूस की हरकत माना जा रहा है। यूरोपियन कमीशन की प्रवक्ता अरियाना पोदेस्ता ने बताया कि विमान प्लोवदिव एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतर गया और उर्सुला अपनी पूर्वी यूरोपीय देशों की चार दिवसीय यात्रा जारी रखेंगी। बता दें कि यूरोपियन कमीशन ही वह प्राइमरी एग्जेक्यूटिव ब्रांच है जो यूरोपियन यूनियन के कामों को अंजाम देती है।
‘GPS में खलल डाला गया, रूस पर है शक
पोदेस्ता ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘हमें पक्का पता चला है कि जीपीएस में खलल डाला गया। बुल्गारिया के अधिकारियों ने जानकारी दी कि उन्हें शक है कि यह रूस की जानबूझकर की गई हरकत थी।’ बुल्गारिया ने बयान जारी कर बताया कि वारसॉ (पोलैंड) से प्लोवदिव (बुल्गारिया का दूसरा सबसे बड़ा शहर) जाते समय यूरोपीय आयोग के चार्टर्ड प्लेन का GPS सिग्नल बाधित हुआ। प्लोवदिव एयरपोर्ट के पास पहुंचते ही सिग्नल पूरी तरह खो गया। बुल्गारिया के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने पायलटों को वैकल्पिक नेविगेशन साधनों का इस्तेमाल कर विमान को सुरक्षित उतारने का निर्देश दिया।
रूस पर पहले भी लगे हैं ऐसे इल्जाम
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब रूस पर GPS सिग्नल में खलल डालने का इल्ज़ाम लगा हो। हाल के महीनों में रूस के पड़ोसी देशों जैसे फिनलैंड, लातविया, लिथुआनिया और एस्तोनिया ने उड़ानों, जहाजों और ड्रोन्स में इलेक्ट्रॉनिक दखल की शिकायत की है। एसोसिएटेड प्रेस ने यूरोप में रूस की ओर से की जा रही ऐसी 80 घटनाओं का नक्शा बनाया है, जिन्हें पश्चिमी अधिकारी ‘लापरवाही भरा’ बता रहे हैं। 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से रूस और उसके सहयोगियों पर तोड़फोड़, आगजनी और हत्या की कोशिश जैसे कई हमलों का इल्ज़ाम लगा है।
क्या होती है जामिंग और स्पूफिंग?
रूस की ओर से होने वाली हरकतों में जामिंग और स्पूफिंग की बातें अक्सर सामने आई हैं। बता दें कि जामिंग में एक ताकतवर रेडियो सिग्नल संचार को बाधित करता है, जबकि स्पूफिंग में रिसीवर को गलत जगह या समय का भ्रम पैदा किया जाता है। अगस्त में लातविया के इलेक्ट्रॉनिक संचार कार्यालय ने रूस की सीमा से सटे 3 इलाकों में जामिंग की पहचान की थी। अप्रैल 2024 में एक फिनिश एयरलाइन को एस्तोनिया के टार्टू शहर में उड़ानें रोकनी पड़ी थीं। मार्च 2024 में ब्रिटेन के रक्षा सचिव के विमान का सिग्नल भी रूसी इलाके के पास जाम हुआ था।
रूस की तरफ से नहीं आया कोई बयान
रूसी अधिकारियों ने इस घटना पर तुरंत कोई जवाब नहीं दिया। लातविया का कहना है कि रूस इसे अपनी रक्षा के लिए करता है, लेकिन इसका दायरा अब रूस की सीमाओं से कहीं आगे बढ़ गया है। बता दें कि उर्सुला वॉन डेर लेयेन, जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन में रूस के युद्ध की कड़ी आलोचक हैं, इस समय लिथुआनिया, फिनलैंड, एस्तोनिया, लातविया, पोलैंड, रोमानिया और बुल्गारिया की यात्रा पर हैं। प्रवक्ता पोदेस्ता ने कहा, ‘यह घटना उन खतरों को उजागर करती है जो रूस और उसके सहयोगियों से यूरोप के सामने हैं। उर्सुला ने इन खतरों को करीब से देखा है।’ उन्होंने आगे कहा कि यूरोपीय यूनियन अब रक्षा खर्च और तैयारियों में और ज्यादा निवेश करेगा।
जानें, एक्सपर्ट ने इस बारे में क्या कहा
नीदरलैंड्स के उट्रेच में डायमी सिक्योरिटी इंटेलिजेंस के सीईओ और खुफिया विश्लेषक एरिक शाउटन ने कहा कि रूस ने शायद उर्सुला को खास तौर पर निशाना नहीं बनाया। उन्होंने कहा, ‘रूस को पता था कि वह आ रही हैं। वे बस अपनी ऐसा करके अपने पड़ोसियों को थोड़ा परेशान करना चाहते हैं।’ उन्होंने बताया कि स्वीडन से बुल्गारिया तक के पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर अब पुराने तरीकों से नेविगेशन कर रहे हैं क्योंकि GPS पर भरोसा नहीं रहा। (AP)