
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को रूस यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के बीच यूरोपीय देशों को चेतावनी दी और कहा, “रूस से तेल खरीदना बंद करें।” इसके साथ ही ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी चेतावनी देते हुए कहा, अब आपको एक समझौता करना ही होगा। पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ शांति समझौता करना ही होगा।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “…युद्ध खत्म करने के लिए जेलेंस्की को अब एक समझौता करना होगा, और यूरोप को रूस से तेल खरीदना बंद करना होगा…”
ट्रंप की धमकी
यूरोपीय देश रूस से तेल खरीदना बंद करें
ट्रंप ने एक दिन पहले भी कहा था कि वह नहीं चाहते कि यूरोपीय देश रूस से तेल खरीदना जारी रखेंं। यूरोपीय देशों के प्रतिबंधों की आलोचना करते हुए ट्रंप कहा कि जो प्रतिबंध लगाए गए हैं वो उतने कारगर नहीं हैं। ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध पर अपनी पुरानी चिंताओं और रूस तथा यूक्रेन के बीच शांति समझौते में मध्यस्थता की अपनी इच्छा को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा, “यूरोप रूस से तेल खरीद रहा है, मैं नहीं चाहता कि वे तेल खरीदें — और वे जो प्रतिबंध लगा रहे हैं, वे पर्याप्त रूप से कड़े नहीं हैं। मैं प्रतिबंध लगाने को तैयार हूं, लेकिन उन्हें मेरे प्रतिबंधों के अनुरूप अपने प्रतिबंध और कड़े करने होंगे।”
बता दें कि यह ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ और रूसी तेल खरीदने पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाई है। भारत ने अपने ऊपर लगाए गए टैरिफ को “अनुचित” करार दिया था। भारत ने कहा था, “किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह, भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाएगा।”
ट्रंप ने जेलेंस्की को दी धमकी
चीन ने ट्रंप को दिया दो टूक जवाब
इसके अलावा, ट्रंप ने नाटो सहयोगियों से चीन पर 50 से 100 प्रतिशत की दर से प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया और चीन पर रूस को धन मुहैया कराने और यूक्रेन संघर्ष में अपनी सैन्य क्षमता मज़बूत करने का आरोप लगाया। इसपर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन जटिल मुद्दों को सुलझाने के लिए शांति वार्ता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और “युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है और प्रतिबंध उन्हें और जटिल बना देंगे।” चीन ने यह भी स्पष्ट किया कि “वह युद्धों में भाग नहीं लेता या उनकी योजना नहीं बनाता।”