ऐसे रिश्ते नई दिशा तय करते हैं
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे पर, भारत के पूर्व डिप्लोमैट महेश सचदेव ने कहा, ” ऐसे समिट स्ट्रेटेजिक फैसले लेते हैं और सबसे ऊंचे लेवल पर रिश्तों के लिए एक नई दिशा तय करते हैं। सिर्फ 2 दिन पहले, प्रेसिडेंट पुतिन ने क्रेमलिन में प्रेसिडेंट ट्रंप के दूत और उनके दामाद के साथ 5 घंटे लंबी मीटिंग की थी। तो ये मुद्दे इस समिट के बैकग्राउंड में होंगे। दोनों लीडर शायद इस बात पर काम कर रहे होंगे कि इस ऑयल इक्वेशन को दूसरे तरीकों से कैसे बताया जाए…ऐसा लगता है कि दोनों पक्षों ने 2030 तक ट्रेड को $100 बिलियन तक बढ़ाने का फैसला किया है, चाहे ऑयल इक्वेशन कुछ भी हो…दोनों के पास ना सिर्फ यूरोप की जियोपॉलिटिक्स पर बल्कि सुपरपावर्स: चीन, रूस और यूनाइटेड स्टेट्स के बीच, साथ ही साउथ एशिया के हालात पर भी बात करने का मौका होगा।”
