
गुलमर्ग में स्नोफॉल देख खुशी से फूले नहीं समा रहे पर्यटक
पिछले दो दिनों से गलमर्ग समेत जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में बर्फबारी हो रही है। ये बर्फबारी आज भी जारी रह सकती है। कश्मीर घाटी में शोपियां को पुंछ और राजौरी जिलों से जोड़ने वाली ऐतिहासिक मुगल रोड बर्फबारी के कारण बंद है। इस बीच सीमा सड़क संगठन की टीमों ने बर्फ हटाने का अभियान शुरू किया है जिसके बाद कई किलोमीटर तक सड़क को साफ करने में कामयाबी मिली है।
कब खुलेगी मुगल रोड?
बीआरओ के अधिकारियों ने कहा कि पुंछ की ओर से पीर की गली तक जमा हुई अधिकांश बर्फ को साफ कर दिया गया है। अगर बर्फबारी रुकती है तो मुगल रोड को आज दोपहर 12 बजे से खोला जा सकता है। जहां एक ओर पहाड़ों पर बर्फबारी से मौसम खुशगवार हो गया है तो वहीं मैदानी इलाकों में जबर्दस्त कोहरा पड़ रहा है। हालांकि दो दिनों से थोड़ी राहत है और दिन में धूप निकल रही है लेकिन फिलहाल सुबह के कोहरे से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे मौसम और ट्रैफिक का अपडेट लेते रहें।

मुगल रोड पर हटाई जा रही बर्फ
सबसे पॉपुलर टूरिस्ट प्लेस है गुलमर्ग, पर्यटकों का लगा तांता
इस बीच बर्फबारी की वजह से गुलमर्ग में पर्यटकों का तांता लग गया है। जो लोग कश्मीर की सबसे खूबसूरत जगह गुलमर्ग में पहुंचे हैं उनके तो चेहरे ऐसे खिले हैं मानो कोई खजाना हाथ लग गया हो। कश्मीर में रविवार को सीजन की पहली बर्फ पड़ी। जैसे ही सर्दियों के 40 दिन का चिल्ला-ए-कलां शुरू हुआ वैसे ही आसमान से भी नेमत बरसने लगी।

गुलमर्ग में बर्फबारी
गुलमर्ग जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले में पड़ने वाला सबसे पॉपुलर टूरिस्ट प्लेस है और उसकी वजह हैं ये नजारे जो बर्फबारी के बाद तो और भी खूबसूरत हो जाते हैं। करीब 8 हज़ार 600 फीट की ऊंचाई पर बसा ये बाउल नुमा कस्बा वैसे तो बारहों महीने पर्यटकों से गुलज़ार रहता है लेकिन बर्फ पड़ते ही यहां नजारा बदल जाता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज भी गुलमर्ग समेत जम्मू कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में और बर्फबारी होगी।
गुलमर्ग में बर्फबारी के बाद का नजारा।
गुलमर्ग में माइनस तीन तक पहुंचा पारा
इसी साल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने जम्मू कश्मीर के टूरिज़्म पर मानो ग्रहण लगा दिया था। कुछ महीनों के लिए पर्यटकों की आवाजाही बिल्कुल बंद सी हो गई थी। इसका असर पहलगाम समेत दूसरे इलाकों में भी पड़ा लेकिन धीरे धीरे जख्म पर मरहम लगा और कुछ मरहम कुदरत ने भी लगाया। बर्फबारी ने यहां के स्थानीय निवासियों को राहत की सांस लेने की वजह दी और जो लोग यहां पहुंचे उनका अनुभव भी अलग नहीं था। गुलमर्ग में फिलहाल पारा माइनस तीन तक पहुंच चुका है। आज फिर से बर्फ पड़ी तो पारा और लुढकेगा।
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