
मनाली
सर्दियों के मौसम में पहाड़ों पर घूमने का अपना ही मज़ा होता है। बर्फ से ढके पहाड़ों का दीदार करना लगभग हर किसी के विश लिस्ट में होता है। इसी वजह से स्नो फॉल का लुत्फ़ उठाने के लिए ज़्यादातर लोग इस मौसम में शिमला-मनाली जाना पसंद करते हैं। नवंबर से लेकर फरवरी तक मनाली का मनोरम दृश्य देखते ही बनता है। यहां के पहाड़ों पर लिपटी बर्फ की मोटी चादरें पर्यटकों का स्वर्ग सा अनुभव कराती हैं। तो, अगर आप भी बर्फबारी देखने के लिए मनाली की टिकट बुक करा चुके हैं तो आज हम आपको वहां की एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जिसे ज़्यादतर लोग नहीं जानते हैं। एक तरह से कह सकते हैं कि यह जगह मनाली के पहाड़ों में छिपा हुआ कुदरत का एक ऐसा नायाब तोहफा है जो अभी भी लोगों की नज़रों से बची हुई हैं। तो, चलिए जानते हैं वो जगह कौन सी है?

मनाली
चंद्रा नदी की खूबसूरती है बेमिसाल
चंद्रा नदी, हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति क्षेत्र से बहने वाली एक बेहद खूसबूरत नदी है। यह नदी हिमाचल प्रदेश में चंद्रताल झील से निकलती है। बता दें, चंद्रताल लेक हिमाचल प्रदेश के लाहौल में लगभग (4,300) मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक अर्धचंद्राकार झील है। इसी खूबसूरत झील से चंद्रा नदी निकलती है।
सिस्सू से गुजरते हुए इस नदी के होंगे दर्शन
इस नदी के बारे में अभी भी लोगों को बहुत कम जानकारी है। मनाली में सिस्सू से गुजरते हुए, यह नदी अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है, और यहां रिवर राफ्टिंग जैसी गतिविधियाँ भी होती हैं। तो अगर आप मनाली जा रहे हैं तो चंद्रा नदी जाना न भूलें।

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आंखों को सुकून देते हैं यहां के नज़ारे
चंद्रा नदी की खूबसूरती सिर्फ प्रकृति प्रेमियों के लिए ही नहीं बल्कि फोटोग्राफी के लिए भी एक अद्वितीय जगह है। बर्फ से ढके पर्वतों के बीच से निकलती इस नदी का पानी शीशे की तरह चमकता है जो आपका मन मोह लेता है। कल कल बहते पानी की ध्वनि आपके मन को ताज़गी से भर देती है। सुबह और शाम के समय जब सूर्य की सुनहरी किरणें नदी के पानी पर पड़कर चमकती हैं, तो यह दृश्य देखने लायक होता है। कुल मिलाकर यहां का शांत वातावरण भागदौड़ से दूर एक ऐसी जगह प्रदान करता है जहाँ मन कुछ देर के लिए ठहर सकता है।
