अहमदाबाद: गुजरात में पहले चरण की वोटिंग के लिए चौबीस घंटे का वक्त बचा है, उससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के एक विवादित बयान ने सियासी पारा गर्म कर दिया है। अहमदाबाद की एक रैली में खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना रावण से कर दी। इस बयान के बाद बीजेपी आग बबूला है और वो खड़गे के साथ साथ राहुल और सोनिया गांधी को भी निशाने पर ले रही है। नाराजगी और गुस्से से बौखलाये मल्लिकार्जुन खरगे ने अहमदाबाद की रैली में वो गलती कर दी जो गुजरात चुनाव में पूरी कांग्रेस पर भारी पड़ सकती है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी पर होने वाली निजी टिप्पणी और अपमान कांग्रेस की काफी पुरानी, लेकिन विफल रणनीति रही है। पीएम मोदी ने चुनावों से पहले व्यक्तिगत टिप्पणी सुनने और उन्हें अपने पक्ष में करने में महारत हासिल कर ली है। ऐसे कई उदाहरण हैं, जब कांग्रेस ने सीधे तौर पर पीएम मोदी पर हमला किया लेकिन हर बार उन्होंने सफलतापूर्वक बाजी पलट दी और विजयी हुए।
क्या खरगे का बयान कांग्रेस को पड़ेगा भारी?
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”हर जगह मोदी जी वही कुश्ती खेल रहे हैं..नगर निगम के इलेक्शन आते हैं..कॉर्पोरेशन के चुनाव आते हैं..मोदी को वोट दो आपका कौन सा उम्मीदवार है..उसका प्रचार करो..उसके नाम से वोट मांगो..मोदी को वोट दो.. मोदी को वोट दो …क्या मोदी आकर यहां के नगर निगम के काम करने वाले हैं..क्या मोदी आकर आपके मुसीबत में काम आने वाले हैं..आप तो प्रधानमंत्री हो..आपको काम दिया गया है वो काम करो वो छोड़कर नगर निगम के इलेक्शन..MLA इलेक्शन..MP इलेक्शन खैर उनको प्रधानमंत्री बनना है तो फिरते रहते हैं लेकिन हर वक्त अपनी ही बात करते हैं आप किसी को मत देखो.. मोदी को देख के वोट दो… अब भई तुम्हारी सूरत कितनी बार देखना.. कॉर्पोरेशन में भी तुम्हारी सूरत देखना.. MLA इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत देखना… MP इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत देखना..हर जगह…कितने हैं भई..क्या आपके रावण के जैसे 100 मुख हैं..क्या हैं।”
‘खरगे का बयान गुजरात के बेटे का अपमान’
खरगे के बयान से नाराज बीजेपी ने खरगे के बयान के पीछे सोनिया और राहुल को भी ज़िम्मेदार ठहराया है। बीजेपी ने खरगे को जवाब देते समय प्रधानमंत्री मोदी को गुजरात की अस्मिता के साथ जोड़ा। मोदी को गुजरात का बेटा बताते हुए खड़गे के बयान को पूरे गुजरात का अपमान करार दे दिया।
सोनिया ने मोदी को कहा था ‘मौत का सौदागर’
खरगे के इस बयान को बीजेपी ने सोनिया गांधी के साल 2012 वाले बयान से जोड़ा। सोनिया ने बीजेपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा था। यह बयान उन्होंने तब दिया गया था, जब सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष थीं और पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। साल 2012 के गुजरात चुनाव प्रचार में सोनिया गांधी के एक बयान ने पूरे चुनाव प्रचार का रुख मोड़ दिया था। सोनिया के इस बयान को पीएम मोदी ने गुजरात की अस्मिता के साथ जोड़ दिया और उसका नतीजा ये हुआ कि मोदी की बंपर जीत हुई। इस बार भी खड़गे के बयान से विवाद शुरू हो गया है लेकिन कांग्रेस के नेता अड़े हुए हैं। बीजेपी के नेता कांग्रेस को याद दिला रहे हैं कि ये बयान उनको भारी पड़ने वाले हैं।
मणिशंकर अय्यर का नीच वाला बयान
साल 2017 में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पिछले चुनावों की हार से कोई सीख नहीं ली और पीएम मोदी पर ‘नीच’ का तंज कसा। यह बयान बाद में कांग्रेस के लिए एक बड़ी गलती साबित हुआ, क्योंकि इसने कांग्रेस को गरीब विरोधी और पिछड़ी जाति विरोधी करार देने में पीएम मोदी की मदद की।