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प्रतीकात्मक फोटो

श्रीलंका प्रभु श्रीराम और मां सीता से जुड़े होने के कारण भारतीय हिंदुओं के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां मां सीता और प्रभु राम से जुड़े कई पौराणिक स्थल आज भी मौजूद हैं, जिनमें भारतीयों की गहरी आस्था है। अब श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने ने रविवार को नुवारा एलिया के ऐतिहासिक शहर के पास सीता मंदिर के लिए एक विशेष स्मारक का आवरण जारी किया और देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रामायण काल की प्रसिद्ध अशोक वाटिका स्थल पर एक ध्यान केंद्र की आधारशिला भी रखी।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री गुणवर्धने के साथ भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, ‘‘ भारतीय उच्चायुक्त और अन्य गणमान्य लोगों की मौजूदगी में महामहिम प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने ने आज श्रीलंका में नुवारा एलिया के पास सीता मंदिर के लिए एक विशेष स्मारक आवरण जारी किया।’’ भारतीय उच्चायोग ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ उन्होंने मंदिर में एक ध्यान केंद्र की आधारशिला भी रखी, जिसके बारे में माना जाता है कि यह महाकाव्य रामायण में अशोक वाटिका का स्थान है।

अशोक वाटिका में रावण ने सीता को बनाया था बंदी

ध्यान केंद्र मंदिर में सुविधाओं को बढ़ाएगा और भारत तथा अन्य स्थानों से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद करेगा। ’’ अशोक वाटिका श्रीलंका में एक उद्यान है जिसके बारे में माना जाता है कि हिंदू महाकाव्य रामायण के मुताबिक रावण ने यहां सीता को बंदी बना कर रखा था। बगीचे का नाम अशोक के पेड़ के नाम पर रखा गया था, जिसे हिंदुओं के बीच पवित्र माना जाता है। श्रीलंका में इस साल मार्च में 1.25 लाख से अधिक पर्यटक आए थे, जिनमें भारतीयों और रूसी नागरिकों की संख्या सबसे अधिक थी। पर्यटन क्षेत्र श्रीलंका के लिए विदेशी मुद्रा आय का मुख्य स्रोत है।

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