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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ज्योतिरादित्य सिंधिया

सीकर: पिछले 9 महीनें में 8वीं बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान का दौरा किया है और शेखावटी इलाके में आज उनका पहला दौरा था। पीएम की सभा को लेकर सीकर और झुंझुनूं सहित शेखावाटी के लोगों में खासा उत्साह बना हुआ था। सीकर में एक आम सभा में पीएम मोदी ने राजस्थान के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की ‘लाल डायरी’ के हवाले से राज्य सरकार पर निशाना साधा और इसे कांग्रेस की ‘लूट की दुकान’ का सबसे नया उत्पाद करार दिया। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े से बड़े नेताओं की इस ‘लाल डायरी’ का नाम सुनते ही बोलती बंद हो रही है। पीएम ने विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कभी ‘इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा’ का नारा दिया गया था और अब ‘यूपीए इज इंडिया, इंडिया इज यूपीए’ की बात की जा रही है, लेकिन इनका जनता फिर से एक बार वही हाल करेगी जो पहले किया था।  

बता दें कि राजस्थान, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का फोकस एरिया बना हुआ है। अन्य चुनावी राज्यों की तुलना में पीएम मोदी राजस्थान में सबसे ज्यादा रैलियां और सरकारी कार्यक्रम कर चुके है। इसकी एक सबसे बड़ी वजह यह है कि राज्य में सीएम गहलोत द्वारा शुरू की गई फ्री योजनाओं का असर दिखाई दे रहा हैं। इसलिए केंद्र सरकार की कई अहम योजनाएं राजस्थान से शुरू हो रही हैं।

राजस्थान में कांग्रेस का दावा क्या?

  1. शिक्षा- 98 घोषणा में 62 पूरे करने का दावा
  2. नौकरी- 4 साल में 81,637 नौकरी का दावा
  3. विकास दर 11.04% पहुंचाने का दावा
  4. सकल घरेलू उत्पाद- दूसरे स्थान पर राजस्थान
  5. सामाजिक सुरक्षा पेंशन- 1 करोड़ लोगों को देने का दावा
  6. बीमा- 90% आबादी का बीमा

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बीजेपी की कमजोर कड़ी है शेखावटी क्षेत्र

क्यों अहम है शेखावाटी का सीकर क्षेत्र?


राजस्थान के सीकर, झुंझुनूं और चूरू जिले को शेखावाटी क्षेत्र कहते है। सीकर क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। नागौर जिले की तरह भाजपा के लिए शेखावाटी क्षेत्र में सीकर भी कमजोर कड़ी है। पिछले चुनाव में सीकर जिले की 8 विधानसभा सीटों में भाजपा का खाता भी नहीं खुला था। जबकि पिछले तीन चुनाव की बात करें तो सीकर में 2008 में भाजपा को सिर्फ खंडेला सीट पर जीत मिली। शेखावाटी क्षेत्र में आने वाले चूरू और झुंझुनूं में भी भाजपा की स्थिति कांग्रेस के मुकाबले कमजोर है। पिछले चुनाव में चूरू में भाजपा 6 सीटों में से सिर्फ दो सीटें ही जीत पाई थी जबकि झुंझुनूं में 7 सीटों में से मात्र एक सीट पर उसके प्रत्याशी को जीत मिली।

खोई जमीन वापस लेने की कोशिश में बीजेपी

भाजपा नेताओं का कहना है कि, गहलोत-पायलट खेमों में बंटी कांग्रेस की दिल्ली में 6 जुलाई को हुई बैठक के बाद माहौल बदला हुआ नजर आ रहा है इसलिए अब भाजपा के लिए यह राज्य पहले की तुलना में ओर ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। पिछले 9 महीने में पीएम मोदी 7 बार राजस्थान आ चुके हैं और 8वीं बार गुरुवार को वह सीकर पहुंचे।

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