दुनियाभर के क्रिकेट फैंस को इस वक्त अक्टूबर में शुरू होने वाले वनडे वर्ल्ड कप का इंतजार है। 4 साल होने वाले इस टूर्नामेंट की मेजबानी भारत के पास है। अभी तक वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान नहीं किया गया है। जहां कई देशों की टीमें घोषित कर दी गई हैं, वहीं अभी तक भारतीय फैंस अपनी टीम का इंतजार ही कर रहे हैं। वर्ल्ड कप के लिए टीम का ऐलान कभी भी किया जा सकता है। लेकिन उससे पहले बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के सामने एक शर्त रख दी है।
टीम चयन से पहले देना होगा टेस्ट
भारत की विश्व कप टीम में जगह बनाने की दौड़ में शामिल 18 खिलाड़ियों को अलूर में फिटनेस लेवल और मेडिकल टेस्ट से गुजरना होगा क्योंकि बीसीसीआई इस टूर्नामेंट से पहले कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। हालांकि इनमें से अधिकांश परीक्षण नियमित प्रकृति के होते हैं और समय-समय पर एनसीए या बीसीसीआई की मेडिकल टीम द्वारा आयोजित किए जाते हैं, लेकिन अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विश्व कप से पहले इसका महत्व अधिक हो जाता है।
अधिकतर खिलाड़ियों को देना होगा टेस्ट
मामले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि हां, जिन खिलाड़ियों ने हाल ही में आयरलैंड में सीरीज खेली है (जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, संजू सैमसन), उन्हें छोड़कर अधिकतर खिलाड़ियों का नियमित फिटनेस परीक्षण अनिवार्य रक्त परीक्षण के साथ किया जाएगा। जिन मापदंडों की जांच की जाएगी उनमें लिपिड प्रोफाइल, ब्लड शुगर, यूरिक एसिड, कैल्शियम, विटामिन बी12 और डी, क्रिएटिनिन, टेस्टोस्टेरोन शामिल हैं। कई बार डेक्सा परीक्षण भी होते हैं। यह हड्डियों के घनत्व की जांच करने के लिए एक प्रकार का स्कैन है।
होते रहते हैं ऐसे टेस्ट
एनसीए में काम कर चुके सूत्र ने कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है, सीरीज के बीच में जब खिलाड़ी ब्रेक लेते हैं तो ये परीक्षण होते हैं। उनके पास उनके शरीर की आवश्यकता के अनुसार व्यक्तिगत आहार चार्ट और अनुकूलित प्रशिक्षण मॉड्यूल भी है। उन्होंने कहा कि जहां तक आराम और रिकवरी की बात है तो 8 से 9 घंटे की गहरी नींद से बेहतर कोई तरीका नहीं है। उन्होंने कहा कि यह एक ज्ञात तथ्य है कि अगर 8 से 9 घंटे की गहरी नींद ली जाए तो चोट लगने की संभावना हमेशा कम होती है।
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