तेल अवीव: इजरायल के लड़ाकू विमान ने एक एम्बुलेंस से ऑपरेट कर रहे हमास के आतंकियों को मार गिराया है। इजरायल की सेना ने एक बयान में कहा है कि हमास का एक आतंकी सेल एक एम्बुलेंस से अपनी गतिविधियां चला रहा था, जिसे लड़ाकू विमान ने नष्ट कर दिया है। सेना ने कहा है कि ‘गाजा जंग का एक मैदान है, इसलिए नागरिकों से बार-बार दक्षिण की तरफ जाने को कहा जा रहा है।’ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल की सेना ने एक वीडियो जारी कर दिखाया कि कैसे उसकी कार्रवाई में हमास आतंकियों की एक सुरंग ध्वस्त हो गई।
‘बंधकों की रिहाई तक सीजफायर नहीं’
इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार करते हुए शुक्रवार को कहा कि जब तक हमास क्षेत्र में बंधक बनाए गए लोगों को आजाद नहीं करता, तब तक इजरायल वहां आक्रामक सैन्य कार्रवाई के साथ आगे बढ़ता रहेगा। नेतन्याहू ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से मुलाकात के कुछ देर बाद यह बयान दिया, जिन्होंने गाजा में मानवीय स्थितियों में सुधार के लिए इजरायल से अस्थाई सीजफायर पर सहमत होने का आग्रह किया था। उन्होंने इजरायल से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के हर संभव उपाय करने को भी कहा था।
‘हम अमेरिका से डरने वाले नहीं हैं’
वहीं, लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्ला के नेता हसन नसरल्ला ने कहा कि उसकी मिलिशिया इजरायल-हमास युद्ध से दूर रहने की अमेरिका की चेतावनियों से डरने वाली नहीं है। टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में हसन नसरल्ला ने क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य तैनाती का जिक्र करते हुए कहा कि ‘भूमध्य सागर में आपके बेड़े हमें नहीं डरा सकेंगे। हिजबुल्ला सभी विकल्पों के लिए तैयार है।’ नसरल्ला ने कहा कि उसकी ताकतवर मिलिशिया सीमा पर इजरायल के साथ अभूतपूर्ण लड़ाई में जुटी हुई है। उसने इलाके में जंग के और तेज होने की धमकी भी दी।
ब्यूरिज के अस्पताल का है बुरा हाल
शुक्रवार को खबर आई थी कि ब्यूरिज शरणार्थी शिविर पर इजरायल के हवाई हमलों के बाद अस्पताल में डॉक्टरों को सीमित संसाधनों के कारण घायल बच्चों का इलाज करने में मुश्किलें आ रही हैं। इजरायली सेना के 2 हवाई हमलों में शरणार्थी शिविर में अपार्टमेंट इमारतों का एक पूरा ब्लॉक तबाह हो गया। कई घायलों का अस्पताल के फर्श पर इलाज किया जा रहा है। मध्य गाजा के अल-अक्सा अस्पताल में गुरुवार को लाए गए बच्चों के चेहरे पर लगी ग्रे फिल्म से जीवित और मृत के बीच अंतर करना मुश्किल हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार लड़ाई में 3700 से ज्यादा फिलिस्तीनी बच्चे और नाबालिग मारे गए हैं।