आरोपी संजीव लाल के दफ्तर से मिले कैश
लोकसभा चुनाव के दौरान ED पूरी तरह से एक्टिव है। प्रवर्तन निदेशालय कितनी एक्टिव है, इसका नजारा झारखंड में देखने को मिल रहा है। अभी कुछ दिनों पहले ही ED ने PMLA (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) ने आधे दर्जन से अधिक जगहों पर झापेमारी की थी। उस रेड में टीम को भारी संख्या में नोट भी मिले थे। उसके बाद अब आज यानी 8 मई 2024 को झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्रालय में प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी शुरु कर दी है। इस छापेमारी के अलावा ED के अधिकारी संजीव लाल के ऑफिस में भी तलाशी कर रहे हैं, जहां उन्हें कुछ पैसे भी मिले हैं।
पहले इस मामले में हुई थी कार्रवाई
आज की कार्रवाई से पहले भी ED आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई कर चुकी है। उस कार्रवाई में प्रवर्तन निदेशालय को करोड़ों रुपये मिले थे। दरअसल ED ने राज्य के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर विरेंद्र के. राम को फरवरी 2023 में एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। उन पर कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग और अनियमितताओं के कुछ आरोप थे। उसी मामले में ED की टीम ने विरेंद्र के. राम और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके अलावा झारखंड सरकार के मंत्री आलम गिर के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। अब ED की ग्रमीण विकास मंत्रालय के अलावा संजीव लाल के ऑफिस में भी तलाशी कर रही है जहां उन्हें कुछ पैसे मिले हैं। इस खबर को अभी अपडेट किया जा रहा है।
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