
कुलगाम के तंगमर्ग इलाके में आतंकियों के ठिकाने का भंडाफोड़
भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के तंगमर्ग इलाके में एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सेना की राष्ट्रीय राइफल्स (RR), पैरा कमांडो यूनिट, और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए 48 घंटे लंबे सघन सर्च ऑपरेशन में पाकिस्तानी आतंकियों के एक अत्याधुनिक ‘फॉक्स होल’ (छिपने का गड्ढा) का भंडाफोड़ हुआ है, जहां बुधवार को गोलीबारी हुई थी।
इस ‘फॉक्स होल’ की बनावट और उसमें छिपाए गए संसाधनों ने सुरक्षा एजेंसियों को भी चौंका दिया। करीब छह फीट गहरे और आठ फीट चौड़े इस भूमिगत गड्ढे में आतंकियों ने लंबे समय तक टिकने वाले ठिकाने की व्यवस्था कर रखी थी। यहां पर आतंकियों ने गैस सिलेंडर, सोलर लाइट, हथियार और अन्य जरूरी सामान छिपा रखा था।
चार संदिग्धों को किया गया गिरफ्तार
वहीं, बांदीपोरा पुलिस ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि LeT से जुड़े कुछ OGWs अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स के निर्देश पर पुलिस, सुरक्षाबलों और बाहरी नागरिकों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं।
इस सूचना के आधार पर बांदीपोरा पुलिस ने इलाके में विशेष नाके लगाए और तलाशी अभियान चलाया। इसी क्रम में पुलिस, D-कॉय 45 बटालियन सीआरपीएफ और 13 आरआर की ई-कॉय ने संयुक्त रूप से नाका कनिपोरा नायदखाई सुंबल क्षेत्र में लगाया। चेकिंग के दौरान दो संदिग्धों- मोहम्मद रफीक खांडे और मुख्तार अहमद डार को गिरफ्तार किया गया। इनकी तलाशी में उनके पास से दो चीनी हैंड ग्रेनेड, एक 7.62 एमएम मैगजीन और 30 राउंड 7.62 एमएम के जिंदा कारतूस बरामद हुए। इस संबंध में थाना सुंबल में यूएपीए की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर नंबर 88/2025 दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
संदिग्धों के पास से बरामद हुए हथियार
इसी प्रकार, एक अन्य संयुक्त नाका पुलिस, एफ-कॉय 3rd बटालियन सीआरपीएफ और 13 आरआर अजयस कैंप द्वारा सदुनारा अजास क्षेत्र में लगाया गया। जांच के दौरान दो अन्य संदिग्धों- रईस अहमद डार और मोहम्मद शफी डार को हिरासत में लिया गया। इनकी तलाशी में भी एक चीनी हैंड ग्रेनेड, एक 7.62 एमएम मैगजीन और 30 राउंड 7.62 एमएम के जिंदा कारतूस बरामद किए गए। इस संबंध में थाना सुंबल में यूएपीए की धाराओं के तहत एफआईआर नंबर 87/2025 दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की गई है।
पूछताछ में चारों गिरफ्तार OGWs ने कबूल किया कि वे प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहे थे और अजयस, नायदखाई सुंबल और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस, सुरक्षाबलों और बाहरी नागरिकों पर हमला करने की योजना बना रहे थे।
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