गौहर खान के साथ वोट देने के दौरान आखिर क्या हुआ, गुस्से में तमतमाती हुईं निकलीं बाहर


Gauahar Khan- India TV Hindi

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वोट करने गईं गौहर खान को आया गुस्सा

आज 6 राज्यों में लोकसभा के पांचवे चरण की वोटिंग जारी है, जिसमें महाराष्ट्र का नाम भी शामि है। मुंबई में वोट करने के लिए लगातार सेलेब्स पोलिंग बूथ पर मतदान के लिए पहुंच रहे हैं। अब तक अक्षय कुमार, फरहान अख्तर , जाह्नवी कपूर, दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और धर्मेंद्र जैसे कई सितारे वोट दे चुके हैं। वहीं जिन्होंने वोट कास्ट किया, उन्होंने कैमरे पर स्याही वाली उंगली को फ्लॉन्ट करते हुए फोटो भी खिंचवाई। इस बीच वोट करने गईं एक्ट्रेस गौहर खान पोलिंग बूथ से गुस्से में तमतमाती हुईं बाहर निकलीं। जिसका एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 

गौहर को क्यों आया गुस्सा?

सामने आए वीडियो में आप देख सकते हैं कि गौहर खान पोलिंग बूथ से गुस्से में तमतमाती हुईं बाहर निकलती नजर आ रही हैं। इस दौरान जब पैप्स उनसे उनके गुस्से की वजह पूछते हैं तो वह कहती हैं कि ‘अंदर मैनेजमेंट बहुत खराब है।’ इस दौरान गौहर ग्रीन कलर की ड्रेस में दिख रही हैं। इसके अलावा एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करके अपनी नाराजगी की असली वजह बताई है। उन्होंने मां को साथ वोटिंग के बाद स्याही वाली उंगली को फ्लॉन्ट करते हुए तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है- ‘प्रयास करें, जाकर अपना बूथ ढूंढें और वोट करें!! अभी मतदान करें ! मुझे यह जानकर बहुत उलझन और निराशा हुई कि जिस पते पर मैं 9 साल से रह रहा हूं, उसमें मेरे और मेरे परिवार के नाम गायब हैं। परिवार से केवल 1 व्यक्ति को ही मतदान पर्ची मिली थी।जो लोग सालों से भवन छोड़कर चले गए हैं, उनके नाम सभी उपस्थित थे। वहीं एक्ट्रेस ने ये भी कहा कि हमारे पास आधार कार्ड ही क्यों है, जब उन्हें इंडियन सिटिजन नहीं माना जाता। वह अपनी मां और पति जैद दरबार के साथ वोट डालने गई थीं। उनके पास आधार कार्ड था, लेकिन लिस्ट में नाम न होने की वजह से उन्हें वोट नहीं देने दिया गया। गौहर का गुस्सा इसी बात मैनेजमेंट पर निकला। 

इस तरह वोट दे पाईं गौहर खान

वहीं एक्ट्रेस ने आगे बताया कि लेकिन मैंने हार नहीं मानी, मैं अपने क्षेत्र में एक बूथ से दूसरे बूथ की तलाश की, और आखिरकार मुझे मेरी वरिष्ठ नागरिक मां के साथ मेरा 15 साल पुराना पता मिल गया। वह है। जिसने मुझे बचपन से देशभक्त होना सिखाया है। मेरे पिता एक स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र थे।अल्हम्दुलिल्लाह। मैं नहीं चाहती थी कि मेरा वोट बर्बाद हो, देश का नागरिक होने के नाते लोकतंत्र में वोट देना मेरा कर्तव्य और अधिकार है। मैं अपने देश से प्यार करती हूं और इसके लिए जिम्मेदार महसूस करती हूं। दोस्तों, कृपया जायें और वोट करें। अपना नाम ढूंढें और वोट करें। इसे मत चूकिए।





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