बुधवार को शिवसेना का 58वां स्थापना दिवस मनाया गया है। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने इस दिन लोगों को उनकी पार्टी को लोकसभा चुनाव में 7 सीटें जिताने के लिए शुक्रिया कहा। शिंदे ने कहा कि साल 1966 में बालासाहेब ने शिवसेना की स्थापना मराठी आदमी के लिए की। हिंदुत्व का मुद्दा लेकर शिवसेना आगे बढ़ी। शिंदे ने उदेधव पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जो कह रहे हैं कि वो बालासाहेब के वारिस है लेकिन उद्धव ठाकरे सभा मे तमाम हिन्दू बांधव नहीं कहा। शिंदे ने उद्धव से पूछा कि यह कैसा हिंदुत्व है आपने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को तिलांजलि दी।
उद्धव को मिली जीत तात्कालिक सूजन है- शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे को मिली जीत यह तात्कालिक सूजन है। सब कह रहे थे शिवसेना खत्म हो जाएगी पर शिवसेना कभी खत्म नही होगी। मैं खत्म नही हुआ, मैं बालासाहेब ठाकरे के सच्चा कार्यकर्ता हूं। शिंदे ने कहा कि जब तक आपका प्यार मेरे साथ है मैं कभी भी डरूंगा नही। शिंदे ने कहा कि सच्ची शिंवसेना कौन है? सच्ची शिवसेना किसकी है? यह जनता ने ही बता दिया है। स्थापना दिवस मनाने का अधिकार हमारे पास ही है।
औरंगजेब के समर्थन करने वाले के बगल में बैठते हैं- शिंदे
एकनाथ शिंदे ने उद्धव पर भड़कते हुए कहा कि आप औरंगजेब का समर्थन करने वाले के बगल में बैठते हैं, जिस औरंगजेब ने संभाजी महाराज को यातना देकर मारा। वोट के लिए खास फतवे निकले सभी को पता है। वर्ली से उद्धव ग्रुप को सिर्फ 6 हजार की लीड है। ये कह रहे थे को वर्ली से इनके उम्मीदवार को 60 हजार का लीड मिलेगा। शिंदे ने कहा कि बालासाहेब कहते थे हिन्दू ही हिन्दू का दुश्मन हो जाता है।
बालासाहेब देशभक्त मुसलमान के खिलाफ नहीं थे- शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा कि बालासाहेब कभी देशभक्त मुसलमान के खिलाफ नहीं थे और हम भी नही हैं। बालासाहेब ठाकरे की विचारों से 2022 में मैंने जो किया वो सही किया। विपक्ष ने संविधान बदलने और आरक्षण खत्म होने का झूठा नैरेटिव सेट किया, लोगों को डराया गया। शिंदे ने कहा कि दलित लोगों को मैं कहना चाहता हूं कि केंद्र और राज्य की सरकार आपके साथ हैं, हम मदद करते वक्त जात और धर्म नहीं देखते। ओबीसी समाज के आरक्षण को बांधित किये बगैर हमने मराठा समाज को आरक्षण दिया। सबको साथ लेकर चलना हमारा एजेंडा है।
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