बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने सलीम खान के साथ मिलकर कुछ बेहद शानदार और ब्लॉकबस्टर फिल्में हिंदी सिनेमा को दी हैं। दोनों ने साथ मिलकर सालों काम किया और फिर कुछ वजहों से अलग हो गए। जावेद अख्तर एक वोकल पर्सनालिटी के तौर पर भी पहचाने जाते हैं। वह कभी अपनी बात को रखने से पीछे नहीं हटते। अब हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कई मुद्दों पर खुलकर बात की। इस दौरान उन्होंने कुछ फिल्मों और डायलॉग पर भी अपने विचार साझा किए। जावेद अख्तर ने इंटरव्यू के दौरान दिवंगत फिल्म निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा की भी एक फिल्म पर अपने विचार रखे, जिसमें शाहरुख खान लीड रोल में दिखाई दिए थे।
जब तक है जान के डायलॉग पर बिफरे जावेद अख्तर
जावेद अख्तर ने फिल्मों में आधुनिक भारतीय महिलाओं के चित्रण पर खुलकर बात की। ‘वी आर युवा!’ के एक एपिसोड के दौरान, अनुभवी गीतकार और पटकथा लेखक ने 2012 में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर ‘जब तक है जान’ में एक फीमेल कैरेक्टर द्वारा बोले गए डायलॉग के लिए फिल्म की आलोचना की।
जब तक है जान को लेकर क्या बोले जावेद अख्तर?
दिग्गज लिरिसिस्ट ने कहा- ‘एक पिक्चर थी यश चोपड़ा साहब की, जब तक है जान। उसमें एक डायलॉग है, जिसमें हीरोइन कहती है- ‘मैं दुनिया में जितनी राष्ट्रीयता हैं, हर नेशनैलिटी के एक लड़के के साथ सोने के बाद शादी करूंगी!’ अरे भाई तू इतनी मेहनत क्यों करेगी? तू एम्पावर्ड है? तू मॉडर्न है? तू कूल है? तू फॉर्वर्ड थिंकिंग है? मान जाते हैं ना, इतनी मेहनत करने की जरूरत नहीं है तुमको। बहुत राष्ट्रीयता हैं दुनिया में, उसके चक्कर में मत पड़ो।’
यश चोपड़ा की आखिरी फिल्म
उन्होंने आगे कहा- ‘अब ये क्या है? इस डायलॉग का क्या मतलब है? कहां आ रही हैं? यश चोपड़ा की फिल्म में! क्योंकि वे ये दिखाना चाहते हैं कि लड़की आत्मनिर्भर है।
वे नहीं जानते हैं कि एक सशक्त लड़की क्या होती है इसलिए वे बढ़ा-चढ़ाकर बोल रहे हैं।’ बता दें, अक्तूबर 2012 में रिलीज हुई रोमांटिक-ड्रामा ‘जब तक है जान’ यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित और यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी थी और साल की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी। इसमें शाहरुख खान, कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा लीड रोल में दिखाई दिए थे। यह यश चोपड़ा की आखिरी फिल्म थी।