मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में अब एक नया टकराव देखने को मिल रहा है। यह टकराव उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की एमएनएसके बीच हो रहा है। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे के काफिले पर हमले का आरोप लगा रही हैं और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। शनिवार देर शाम ठाणे में उद्धव ठाकरे के काफिले पर हमला हुआ। इस हमले के बाद उनकी पार्टी शिवसेना (UBT) का बयान सामने आया है।
हमला राज्य सरकार की विफलता
शिवसेना (UBT) नेता आनंद दुबे ने कहा कि अब हमें पता चल गया है कि राज ठाकरे और उनकी पार्टी को ‘सुपारीबाज’ क्यों कहा जाता है? उन्होंने कहा कि ठाणे में उद्धव ठाकरे के काफिले पर हमला हुआ, वे महाराष्ट्र के सीएम रह चुके हैं, उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है और वे बालासाहेब ठाकरे के बेटे हैं, अगर राज्य में वे सुरक्षित नहीं हैं तो फिर आम लोगों की सुरक्षा कैसे सरकार कैसे करेगी..आनंद दुबे ने कहा कि यह हमला राज्य सरकार की विफलता है। यहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।
गोबर, चूड़ियां और टमाटर फेंके गए
मुंबई से सटे ठाणे में शनिवार को उद्धव ठाकरे की पार्टी की तरफ से एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस समारोह में उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए। इस दौरान सभास्थल पर और रास्ते में कथित तौर पर कुछ मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा उनके काफिले पर गोबर, टमाटर, चूड़ियां और नारियल फेंके गए। पुलिस ने लगभग 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के बीड जिले में राज ठाकरे की रैली में शिवसेना उद्धव गुट के लोगों पर सुपारी फेंकने के आरोप लगे थे।
ऐसे में सियासी गलियारों में अब ये चर्चा तेज हो गई है कि क्या महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे बनाम राज ठाकरे शुरू होने वाला है? क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो सियासत में एक नया विवाद शुरू हो जाएगा, जिसका खामियाजा जनता को भी भुगतना पड़ सकता है।