MP Rajasthan Weather Update: मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों राज्यों में शीतलहर का प्रकोप जारी है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ठंड ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रविवार और सोमवार की रात यहां का न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो दिसंबर 1966 के बाद सबसे कम है। मौसम विभाग ने लोगों को ठंड से सतर्क रहने की सलाह दी है। ठंड का यह स्तर 1966 के 3.1 डिग्री के ओवरऑल रिकॉर्ड के करीब है।
राजस्थान में ठंड से फिलहाल राहत नहीं
वहीं मौसम विभाग ने सोमवार (16 दिसंबर, 2024) को कहा कि राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक ठंड की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि सीकर जिले के फतेहपुर में तापमान शून्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के चुरू में न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री, अलवर में 2.2 डिग्री, सीकर में 2.5 डिग्री, संगरिया और पिलानी में 2.7 डिग्री, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में 3.7 डिग्री, सिरोही में 4.9 डिग्री और गंगानगर में 5.0 डिग्री डिग्री सेल्सियस.दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिलने की संभावना जताई है।
ठंड से ठिठुर रहा है मध्य प्रदेश
उत्तर भारत की तरफ से लगातार आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पूरे मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढ़ी हुई है। नौ शहरों में तापमान पांच डिग्री से भी नीचे आ गया है। प्रदेश में सबसे कम तापमान एक डिग्री सेल्सियस कल्याणपुर (शहडोल) और पचमढ़ी में दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। बता दें कि पिछले 10 सालों में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब दिसंबर में एमपी में इतनी ठंड पड़ रही है। रविवार को 17 शहर में शीतलहर जारी रही, जिसमें चार शहरों में तेज शीत लहर जारी रहा।
अभी दो दिनों तक जारी रहेगी शीतलहर
भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के के मुताबिक, अभी दो दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा और ठंड के तेवर तीखे बने रह सकते हैं। उसके बाद हवाओं का रुख पूर्वी तरफ होने से ठंड से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान काफी कम होने से उधर से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ी हुई है। भोपाल में इस बार ठंड ने 58 सालों का रिकॉर्ड का तोड़ दिया है। राजधानी में 1966 के बाद दिसंबर में पहली तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।