Netflix की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में OTT प्लेटफॉर्म के नाम पर स्कैम की घटनाएं सामने आ रही थीं अब कंपनी पर करोड़ों रुपये का जुर्माना लगाया गया है। लीडिंग OTT प्लेटफॉर्म पर डच डेटा प्रोटेक्शन ऑथिरिटी (AP) ने 4.74 मिलियन पाउंड यानी लगभग 43 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया गया है। कंपनी पर यूजर डेटा छिपाने और प्राइवेसी स्टेटमेंट को अस्पष्ट रखने का आरोप लगा है और इसमें दोषी पाया गया है।
2019 से चल रही जांच
रिपोर्ट की मानें तो डच प्राइवेसी वॉचडॉग ने दावा किया है कि स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने 2018 से 2020 के बीच अपने यूजर को डेटा प्राइवेसी को लेकर कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं बताया था। रिपोर्ट की मानें तो डच डेटा प्रोटेक्शन ऑथिरिटी का कहना है कि 2019 में शुरू किए गए जांच में पाया गया कि नेटफ्लिक्स ने अपने यूजर्स को प्राइवेसी स्टेटमेंट में यह स्पष्ट तौर पर नहीं बताया था कि उनके डेटा का कंपनी वास्तविक में क्या करती है।
कंपनी जांच में कर रही सहयोग
डच ऑथिरिटी का कहना है कि कंपनी अपने यूजर्स को स्पष्ट तौर पर यह बताने में नाकाम रही है कि वो यूजर्स का डेटा क्या करती है और क्यों कलेक्ट कर रही है। यह जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) नियमों के विरूद्ध है। हालांकि, इस पर नेटफ्लिक्स का कहना है कि यह जांच 5 साल पहले शुरू हुई थी, हमने डच डेटा प्रोटेक्शन ऑथिरिटी के साथ इसमें पूरा सहयोग कर रहे हैं। साथ ही, अपने यूजर्स को प्रोएक्टिवली प्राइवेसी जानकारी के बारे में और बेहतर तरीके से जानकारी प्रदान कर रहे हैं। हमने इस फैसले का विरोध किया है।
पॉलिसी किया रिवाइज
Netflix ने हाल ही में प्राइवेसी पॉलिसी को रिवाइज किया है और जानकारी को स्पष्ट किया है। डच डेटा प्रोटेक्शन ऑथिरिटी ने अपने ऑर्डर में कहा है कि जिस कंपनी का टर्नओवर बिलियन में हो और उसके लाखों यूजर्स दुनियाभर में हो, उसे अपने ग्राहकों को उनके निजी डेटा को कैसे प्रोसेस किया जाता है, उसकी जानकारी स्पष्ट तौर पर देनी चाहिए। OTT प्लेटफॉर्म ने फिलहाल इस ऑर्डर का विरोध किया है।
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