Apple ने अपने एक और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को बंद करने का फैसला किया है। अमेरिकी टेक कंपनी पिछले दो साल से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी, लेकिन अब इस प्रोजेक्ट को हॉल्ट कर दिया है। एप्पल ने सॉफ्टवेयर की तरह ही हार्डवेयर सब्सक्रिप्शन प्लान लाने की तैयारी की थी, जिसमें यूजर्स को iPhone, iPad जैसे हार्डवेयर सब्सक्रिप्शन पर दिए जाने की प्लानिंग की जा रही थी। यूजर्स महंगे iPhone खरीदने की बजाय कम कीमत में उसका सब्सक्रिप्शन ले सके।
कई बड़े कार मेकर्स अपनी महंगी और लग्जरी गाड़ियां लोगों को सब्सक्रिप्शन पर देती हैं। एप्पल भी इसी तर्ज पर iPhone, iPad समेत अपने हार्डवेयर प्रोजेक्ट देने वाला था। हाल में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब कंपनी ने इस प्रोजेक्ट पर पूर्ण विराम लगा दिया है। कंपनी ने इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी Apple Pay डिवीजन को दी थी। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो कंपनी अब सब्सक्रिप्शन प्लान वाले प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
क्या था प्रोजेक्ट?
एप्पल के इस प्रोजेक्ट में यूजर्स एनुअल सब्सक्रिप्शन पर iPhone खरीदते और हर साल अपने आईफोन के लिए एक सीमित फीस भरते। कंपनी ने दो साल पहले इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की प्लानिंग की थी, लेकिन कई वजहों से यह डिले होती गई। इसे 2022 के अंत में लॉन्च किया जाना था, लेकिन 2024 के आखिर तक इसे लॉन्च नहीं किया जा सका।
टेक कंपनी को यह अंदेशा था कि इस प्रोजेक्ट में कई तरह की कानूनी अड़चनें आ सकती हैं, जिनमें कंज्यूमर फाइनेंशियल प्रोटेक्शन ब्यूरो की जांच शामिल है। CFPB ने कहा कि जो कंपनियां पे लेटर जैसी सर्विस ऑफर करती है, उन्हें Visa या Mastercard के नियमों का भी पालन करना होगा।
इस प्रोग्राम का था रिप्लेसमेंट
Apple पहले से ही iPhone अपग्रेड प्लान कई देशों में चला रहा है, जो दो साल के बाद अपने पुराने आईफोन को अपग्रेड कर सकते हैं। एप्पल का सब्सक्रिप्शन प्रोजेक्ट इस प्रोग्राम के रिप्लेसमेंट के तौर पर लॉन्च किया जाता। कंपनी के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा iPhone की बिक्री से आता है। सब्सक्रिप्शन प्लान की वजह से Apple को iPhone के नए यूजर्स मिल सकते थे।
इससे पहले भी एप्पल ने अपने एक और प्रोजेक्ट को बंद करने का फैसला लिया था। इस साल कंपनी ने जून में पे लेटर प्रोग्राम को बंद कर दिया, जिसे पिछले साल लॉन्च किया गया था। इस प्रोग्राम के तहत यूजर्स 1,000 डॉलर तक की खरीदारी करके उसे अधिकतम चार इंस्टॉलमेंट में भुगतान कर सकते थे।
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