असम की महिलाओं पर दिए विवादित बयान के बाद शुक्रवार, 10 जनवरी को, हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य पुलिस को इंफ्लूएंसर अभिषेक कर के खिलाफ “उचित कार्रवाई” करने का निर्देश दिया है। असम सरकार ने प्रभावशाली अभिषेक कर पर यूट्यूब पर एक पॉडकास्ट में असम की महिलाओं के बारे में “गलत सूचना फैलाने” का आरोप लगाया है। यह कार्रवाई हाल ही में यूट्यूब पॉडकास्टर अभिषेक कर के एक वीडियो क्लिप के वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा चिह्नित किए जाने के बाद हुई है। विशेष रूप से, इस क्लिप को असम स्थित कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों द्वारा साझा किया गया था।
जानिए क्या कहा है इंफ्लूएंसर अभषेक कर ने
सीएमओ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “रिया उप्रेती नाम के एक यूट्यूब चैनल का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अभिषेक कर नाम का एक व्यक्ति असम के इतिहास और परंपराओं पर विवादित टिप्पणी करता नजर आ रहा है।” कहा गया है कि अभिषेक कर ने असम के मोरीगांव जिले के मायोंग गांव के बारे में खास तौर पर गलत बातें कही हैं।
वीडियो में कर का दावा है कि असम के इस गांव की महिलाओं के पास ऐसी शक्ति है कि “अगर आप वहां जाते हैं, तो वे आपको एक बकरी या किसी अन्य जानवर में बदल सकती हैं और फिर रात में, आपको फिर से एक इंसान में बदल सकती हैं और आपके साथ संभोग कर सकती हैं।” क्यों? क्योंकि उनके पास पुरुषों को वश में करने के लिए बहुत सारी तांत्रिक साधनाएं हैं…”
असम सरकार ने दिया कार्रवाई का आदेश
यूट्यूबर अभिषेक कर के इस वीडियो में किए दावे के खिलाफ असम सरकार ने उसपर कार्रवाई का निर्देश दिया है। असम के डीजीपी जीपी सिंह ने कहा है कि राज्य के अपराध जांच विभाग (CID) को इस शख्स के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। यूट्यूब पर हाल ही में पॉडकास्ट की एक क्लिप वायरल हुई है, जिसमें अभिषेक कर अतिथि थे। इसमें वे असम की महिला को अपमानित एवं बदनाम करने के उद्देश्य से प्रोपगेंडा फैलाते नजर आए।