sambhal violence

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संभल हिंसा

यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान 24 नवंबर को भड़की हिंसा में मरने वालों को शहीद कहे जाने के मामले में जांच शुरू हो गई है। संभल जिले की पुलिस ने पाकिस्तान के एक मौलाना से यहां हाल में हुए दंगे के संदर्भ में एक व्यक्ति की बातचीत का वीडियो सामने आने के बाद जांच शुरू की है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। संभल के पुलिस अधीक्षक (SP) कृष्ण कुमार विश्नोई ने भरोसा दिया कि पुलिस मामले की सक्रियता से जांच कर रही है और तथ्य स्थापित होते ही उचित कदम उठाएगी।

संभल के युवक का वीडियो वायरल

पुलिस के अनुसार, मोहम्मद अकील नामक व्यक्ति एक ऑनलाइन मंच पर पाकिस्तान के मौलाना से सलाह मशविरा करते हुए सुना जा सकता है। चर्चा के दौरान, अकील सवाल करता है कि क्या हाल ही में हुई हिंसा में अपनी जान गंवाने वाले व्यक्तियों को शहीद माना जाना चाहिए। पुलिस ने मोहम्मद अकील की पहचान संभल जिले के निवासी के रूप में की है। 24 नवंबर को संभल में अदालत के आदेश के बाद शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी।

वीडियो में मौलाना क्या कह रहा?

वायरल वीडियो में मौलाना इंजीनियर मोहम्मद अली मिर्जा कहता दिखता है कि अगर कोई हकमारी हो रही है और उसमें कोई मरता है तो वह शहीद ही कहलाएगा। साथ ही, मौलाना कहता है कि अगर कोई भी आपके घर पर कब्जा करना चाहता है तो कोर्ट है, कानून है, पुलिस है, प्रशासन है। आपको कानूनी रास्ता अख्तियार करना चाहिए। अगर हंगामा होगा तो दंगा ही भड़केगा।

वीडियो के आधार पर, पुलिस ने अकील और बातचीत के लिए इस्तेमाल किए गए मंच को ट्रैक करने के लिए दो टीम बनाई हैं। अधिकारी अधिक जानकारी जुटाने पर काम कर रहे हैं और विवरण की पुष्टि होने के बाद कानूनी कार्रवाई करेंगे। (भाषा इनपुट्स के साथ)

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