भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके चलते इक्विटी में निवेश करने वाले निवेशकों को भारी नुकसान हो रहा है। बाजार टूटने से म्यूचुअल फंड निवेशक भी अछूते नहीं है। कई म्यूचुअल फंड स्कीम का रिटर्न निगेटिव में चला गया है। इसके चलते छोटे निवेशक SIP अकाउंट रिकॉर्ड संख्या में बंद कर रहे हैं। दिसंबर महीने में 45 लाख एसआईपी खाते बंद किए गए, जो एक महीने में ऑल टाइम हाई था। एसआईपी खाते केवल बंद ही नहीं हो रहे हैं, बल्कि नए एसआईपी खातों के खुलने में भी कमी आ रही है। अब सवाल उठता है कि जब स्टॉक मार्केट से निवेशकों का मोहभंग हो रहा है तो इसका फायदा किसे मिलेगा। एक्सपर्ट का कहना है कि इसका सीधा फायदा रियल एस्टेट यानी प्रॉपर्टी मार्केट को मिलेगा। ऐसा क्यों? आइए समझते हैं।
सोने-चांदी में निवेश बढ़ने की उम्मीद कम
जानकारों का कहना है कि सोना पहले से ही काफी ऊंचाई पर है। पिछले कुछ महीने में सोने और चांदी के भाव में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है। सोने का भाव 84 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार निकल गया है। वहीं, चांदी की कीमत भी 99500 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। इसके चलते जिसमे निकट भविष्य में सोने और चांदी में ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं दिखती है। इसलिए सोने और चांदी में निवेश बढ़ेगा, इसकी उम्मीद कम है।
फिक्स्ड इनकम को पहली पसंद बनाना मुश्किल
अब बात करते हैं कि फिक्स्ड इनकम यानी एफडी, आरडी, पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम्स और पीपीएफ की। इन प्रोडक्ट में निवेश रुका नहीं है। ट्रैडिशनल निवेशक कर ही रहे हैं लेकिन युवाओं और अपर मिडिल क्लास ज्यादा रिटर्न की उम्मीद में अपना पैसा अभी तक शेयर में लगा रहे थे। अब जब शेयर बाजार में अच्छी स्थिति नहीं है तो वो एक बार फिर से प्रॉपर्टी बाजार की ओर रुख करेंगे।
लक्जरी संपत्तियों की अग्रणी रियल एस्टेट सलाहकार फर्म इंडिया सोथबी इंटरनेशनल रियल्टी की रिपोर्ट के अनुसार, देश के 62 फीसदी अमीर लोग रियल एस्टेट में निवेश बढ़ाने की सोच रहे हैं।
ट्रेंड बदलने का फायदा रियल एस्टेट को मिलेगा
रियल एस्टेट मामलों के विशेषज्ञ प्रदीप मिश्रा ने इंडिया टीवी को बताया कि पिछले कई महीनों से एक बार फिर ट्रेंड बदला है। नए निवेशकों का शेयर बाजार से मोहभंग हो रहा है। इसलिए वो अब नया ठिकाना ढूंढ रहे हैं। पिछले कई ट्रेंड पर नजर डालें तो जब भी निवेशक निराश हुए हैं तो वे रियल एस्टेट की ओर लौटे हैं। इस बार भी यह देखने को मिलेगा। कुछ महीनों से रियल एस्टेट मार्केट में भी सुस्ती है। इसके चलते प्रॉपर्टी की कीमत नहीं बढ़ी है। निवेशक इस मौके का फायदा उठा सकते हैं। हालांकि, उनको मौजूदा मार्केट में यह तय करना होगा कि कहां निवेश करना सही होगा।
एक रियल्टी एक्सपर्ट के तौर मेरी सलाह है कि प्रॉपर्टी में निवेश से पहले इसके मार्केट को स्टॉक की तरह तीन भागों, रेजिडेंशियल, कमर्शियल और लैंड में डिवाइड कर लें। आप लोअर मिडिल क्लास या मिडिल क्लास इनकम जोन से आते हैं तो निवेश के लिए फ्लैट से बेहतर प्लॉट होगा। वहीं, अगर आप अपर मिडिल क्लास हैं तो फ्लैट या कमर्शियल प्रॉपर्टी जिसमें दुकान या ऑफिस स्पेस का रुख कर सकते हैं। हमेशा बजट का ख्याल रखें। आप कोई भी प्रॉपर्टी जितने कम दाम में लेंगे, उस प्रॉपर्टी से उतना ज्यादा लाभ ले पाएंगे।
एवरग्रीन है रियल एस्टेट, कभी नुकसान नहीं
अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि रियल एस्टेट सेक्टर ही एक मात्र ऐसा सेक्टर है, जिसमें निवेशकों को कभी नुकसान नहीं होता है। आप जिस भाव पर प्रॉपर्टी खरीदते हैं, उससे अधिक कीमत पर ही उसे बेचते हैं। दूसरी अच्छी बात यह है कि इसमें कभी निवेश डूबने का खतरा नहीं होता है। आपका कमाया हुआ पैसा हमेशा सुरक्षित रहता है। अगर आप ने सही प्रॉपर्टी की खरीदारी कि है तो लंबी अवधि में आपको एक शानदार रिटर्न मिलना तय है। ये सारी खूबियां प्रॉपर्टी मार्केट को दूसरे एसेट क्लास से अलग करते हैं। इसलिए, निवेशकों का रुझान हमेशा इस सेक्टर में बना रहता है। कभी-कभी थोड़े समय के लिए सुूस्ती जरूर आती है लेकिन लंबी अवधि में यह सेक्टर हमेशा आपको शानदार रिटर्न देता है।