बिहार के मोतीहारी में बुधवार को सरस्वती पूजा की मूर्ति विसर्जन के दौरान शिकरहना नदी किनारे अर्धनिर्मित शराब के ड्रम में डूबने से तीन बर्षीय बच्चे की मौत हो गई। मृतक बच्चे की पहचान सुगौली थाना क्षेत्र के सुजय कुमार के रूप में हुई है। बच्चे के माता-पिता दक्षिणी मानसिंघा पंचायत के भेड़ीयारी गांव में वार्ड नंबर पांच में रहते हैं। हादसे में जान गंवाने वाले तीन साल के बच्चे के पिता का नाम लाल साहनी है।
घटना के बाद सुगौली थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच छानबीन शुरू कर दी है। साथ ही शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम कराने की तैयारी में जुटी है। हालांकि, थानाध्यक्ष ने ड्रम में पुआल होने की बात बता रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि अगर ड्रम में सूखी घास पड़ी हुई थी तो बच्चा डूबा कहां? बच्चे की मां ने ड्रम में शराब होने की बात बताई।
शराब कारोबारी के खिलाफ होगी FIR
मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मोतिहारी सदर एसडीपीओ शिखर चौधरी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन करते हुए जांच करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 25 घंटा के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद शराब कारोबारी को चिन्हित कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और बच्चे की हत्या का मुकदमा चलेगा। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद तस्कर लोगों तक अवैध तरीके से शराब पहुंचा रहे हैं। कई मौकों पर जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत भी हुई है।
कैसे हुई घटना?
पूर्वी चंपारण जिले के भेड़ीयारी गांव में सिकरहना नदी के किनारे एक बड़े ड्रम में 200 लीटर महुआ मीठा का घोल रखा था। सरस्वती पूजा के बाद गांव के लोग मूर्ति विसर्जन करने इसी नदी किनारे गए। इस दौरान तीन साल का बच्चा ड्रम में गिर गया और डूबने से उसकी मौत हो गई। मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि सुगौली थानाध्यक्ष के अनुसार प्रथम दृष्टया ड्रम में पुआल था। कोई लिक्विड नहीं था। कुछ दिन पहले ALTF की छापेमारी भी इस क्षेत्र में हुई थी। सवाल है कि जब ड्रम में पुआल था तो बच्चा कैसे डूबा। मोतीहारी पुलिस अधीक्षक ने घटना में संज्ञान लेते हुए एसडीपीओ को जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने 24 घंटे में जांच रिपोर्ट समर्पित करने को कहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद शराब कारोबारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होग। उन्होंने कहा कि शराब के विरुद्ध लापरवाही थानेदारों को महंगी पड़ने वाली है। विसर्जन समाप्त होने के बाद सभी थानों की समीक्षा की जाएगी।
(मोतिहारी से अरविन्द कुमार की रिपोर्ट)