ग्रेटर नोएडा की सोसायटी में दूषित पानी
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसाइटियों में दूषित पानी पीने से सैकड़ों लोग बीमार हो गए हैं। अरिहंत आर्डन सोसायटी, इको विलेज 1 सोसाइटी, हवेलियां वेलेनिसिया और पंचशील हाईनिस सोसायटी में दूषित पानी से बीमार लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोसाइटियों से दूषित पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जांच रिपोर्ट में अरिहंत गार्डन सोसाइटी में कोली फार्म और इको विलेज वन सोसायटी में ई कोली वायरस मिलने की पुष्टि हुई है।
इको विलेज वन सोसायटी निवासी रंजना ने बताया कि उनकी सोसाइटी में काफी लोग कुछ दिनों से बीमार पड़ रहे हैं। लोगों को उल्टियां हो रही है, दस्त हो रहे हैं इसके साथ पेट की अन्य समस्याएं हो रही है। उन्होंने बताया कि सोसायटी में पानी अंदर आने वाले पाइप कई जगह से टूटे हुए हैं जिनकी मरम्मत की जा रही है। इन्हीं टूटे हुए पाइपों की वजह से पानी दूषित हुआ है और लगातार सोसाइटी में बीमार हो रहे हैं।
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
सोसायटी के लोगों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण यह समस्या हुई है। लोगों ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब जब लोग बीमार हो गए हैं, तब प्रशासन जाग रहा है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्रेटर प्राधिकरण के जीएम राजेश गौतम ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसाइटी में दूषित पानी की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की तरफ से जो पानी की सप्लाई की जाती है वह सोसायटी के बाहर तक होती है। उस पानी को अंदर पाइपों के द्वारा सोसायटी में सप्लाई करने का काम सोसाइटी व बिल्डर के द्वारा किया जाता है तो यह उनका आंतरिक मामला है।
उबालकर पानी पीने की सलाह
अभी तक जो जांच रिपोर्ट आई है वह सोसायटी के निवासियों के द्वारा की गई है। प्राधिकरण ने पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। इसके साथ ही बिल्डर को प्राधिकरण ने नोटिस जारी कर दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद बिल्डर के खिलाफ पेनल्टी सहित उचित कार्यवाही की जाएगी। लोगों के लगातार बीमार होने को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोसाइटियों में कैंप लगाकर जांच की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों को पानी उबालकर पीने की सलाह दी है। अब देखना होगा कि प्राधिकरण इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और लोगों को कब तक इस समस्या से निजात मिलती है। (नोएडा से राहुल ठाकुर की रिपोर्ट)