Urdu School
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उर्दू स्कूल (प्रतीकात्मक तस्वीर)

महाराष्ट्र में उर्दू मीडियम के अल्पसंख्यक स्कूलों में बड़े पैमाने पर अनियमितता सामने आई है। 400 से ज्यादा स्कूलों की शिकायत मिलने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जांच के आदेश दिए हैं। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने कई स्कूलों पर एफआईआर दर्ज कराई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महाराष्ट्र में लगभग 3500 उर्दू मीडियम के अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त स्कूल हैं। इनमें से 400 से ज्यादा स्कूलों में कर्मचारियों पर दबाव बनाकर धन उगाही, महिला शिक्षकों का शोषण, शिक्षक पद पर संस्थान में अपने परिवार के सदस्यों की नियुक्ति, एक ही स्कूल परिसर में दो-दो स्कूल चलाने की शिकायतें अल्पसंख्यक आयोग को मिली हैं। 

अल्पसंख्यक आयोग का मानना है कि उर्दू स्कूलों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा चल रहा है। स्कूल चलाने के लिए सरकार फंड देती है, लेकिन बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यार खान ने कहा कि बड़े पैमाने पर इन स्कूलों में भ्रष्टाचार किया जा रहा है और कई स्कूलों पर एफआईआर दर्ज भी की गई है। एक शिक्षक ऐसा भी मिला, जो क्लीनिक चलाता है और कभी स्कूल नहीं गया। सोशल मीडिया पर उसका ऑडियो भी वायरल हो रहा है।

वित्त मंत्री दे रहे ध्यान

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त उर्दू स्कूलों में हो रहे भ्रष्टाचार अनियमितताओं और महिला शिक्षकों के यौन शोषण के मामले की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने तुरंत गहन जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यार खान ने अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त स्कूलों में अनियमितताओं को उजागर किया है। यहां बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल रही है और कुछ लोग पैसे की हेरा फेरी कर रहे हैं। इस पूरे मामले की विस्तृत जांच का निर्णय लिया गया है। राज्य के वित्त मंत्री आशीष जायसवाल इस विषय पर ध्यान दे रहे हैं।

400 से ज्यादा स्कूलों में अनियमितताएं

प्यार खान ने हाल ही में अकोला जिले के उर्दू स्कूलों का निरीक्षण किया था, जहां चौंकाने वाले सच्चाई सामने आई। अकोला के एक उर्दू विद्यालय के दौरे के दौरान महिला शिक्षकों ने स्कूल संचालक पर यौन शोषण के आरोप लगाए। इसके अलावा शिक्षकों के वेतन से अवैध कटौती, शिक्षकों की जगह उनके रिश्तेदारों की नियुक्ति ,अन्य वित्तीय निमित की शिकायत भी सामने आई है। प्यार खान ने कहा कि अन्य जिलों से भी इसी तरह की शिकायतें लगातार आ रही हैं। लगभग 400 स्कूलों से उनके पास शिकायत आ चुकी हैं, जहां बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हैं। स्कूल की शिक्षिकाओं ने संचालक पर वेतन कटौती, मारपीट और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए। आयोग ने तुरंत एफआईआर दर्ज करने और राज्य भर में जांच के आदेश दिए हैं। 

प्यार खान का मानना है कि उर्दू स्कूलों के नाम पर सरकार को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है। इस पूरे घोटाले की जांच होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य के कई उर्दू स्कूलों में सरकारी अनुदान का गलत इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उर्दू स्कूलों के नाम पर करोड़ों का घोटाला किया जा रहा है, जिसे उजागर किया जाएगा। 

एक ही परिवार के लोग बने शिक्षक

प्यार खान ने कहा कि एक ही परिवार के 10/12 लोग टीचर हैं। कुछ टीचरों की डिग्री भी बोगस है, हजार डेढ़ हजार स्क्वायर फीट में स्कूल चल रहे हैं, एक ही बिल्डिंग में दो-दो स्कूल चल रहे हैं, नियम यह है कि एक किलोमीटर में दूसरा स्कूल नहीं होना चाहिए। स्कूलों में बच्चों के खेलने के लिए ग्राउंड नहीं हैं, वॉशरूम नहीं है, पीने का पानी भी नहीं था, लड़कियों के वॉशरूम की भी व्यवस्था नहीं है। सरकार पैसा दे रही है पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है।

प्यार खान ने कहा कि इसमें शिक्षण अधिकारियों कि भी मिली भगत है। स्कूल में टीचर और बच्चों की संख्या निर्धारित की गई है, लेकिन कई जगह पर बच्चों कि संख्या कम है, टीचरों की संख्या निर्धारित संख्या से ज्यादा है। कई स्कूलों में रजिस्टर पर बच्चों की संख्या ज्यादा दिखाई दे रही है, लेकिन असल में वहां पर उतने बच्चे नहीं हैं।

सभी स्कूलों की जांच हो

महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस पक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि राइट टू एजुकेशन के तहत एक भी बच्चा जो भी बच्चा हो उसको एजुकेशन देना जरूरी है ऐसा कानून बना है। हर स्कूल की जांच होना चाहिए, शिक्षा क्षेत्र में धांधली नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री की मांग है तो हमारी भी मांग है, सिर्फ अल्पसंख्यक का स्कूल में ही गड़बड़ियां हो रही हैं, ऐसा सोचने की जरूरत नहीं है। माइनॉरिटी यानी कि सिर्फ मुस्लिम ही नहीं होते हैं, माइनॉरिटी में बहुत सारे समाज आते हैं, शिक्षा के क्षेत्र में धांधली होने वाले सभी स्कूलों की जांच होनी चाहिए।

संचालक हड़प रहा शिक्षकों का वेतन

अकोला के एक स्कूल की महिला शिक्षकों ने गंभीर आरोप लगाया कि स्कूल संचालक उनके साथ शारीरिक मानसिक और यौन उत्पीड़न करता है। वेतन का 50% हिस्सा जबरन वसूलता है, विरोध करने पर मारपीट और धमकियां दी जाती हैं। महिला शिक्षिकाओं को अश्लील टिप्पणियों और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह ने बताया कि इस मामले की गहराई से जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अकोला पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 74, 75,308(2) 351(2 ) के तहत मामला दर्ज किया है।





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