
सुरक्षाकर्मियों ने आईडी निष्क्रिय किया
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षाकर्मियों ने गुरुवार को दो आईईडी को निष्क्रिय किया और हथियार एवं गोलाबारूद बरामद किया। पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और झारखंड पुलिस के जवानों की एक संयुक्त टीम ने छोटानागरा थाना क्षेत्र के डिकू पोंगा गांव में नक्सलियों द्वारा लगाए गए 15 किलोग्राम और तीन किलोग्राम वजन के दो आईईडी बरामद किए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बम निरोधक दस्ते ने विस्फोटकों को निष्क्रिय कर दिया। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मियों ने टोंटो पुलिस थाना क्षेत्र के झिमिरेकिर गांव में नक्सलियों के हथियारों के एक भंडार का पता लगाया और वहां से एक पिस्तौल, मैगजीन, सात विस्फोटक, पांच इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर, 250 डेटोनेटर, 10 कार रिमोट, विस्फोटकों से भरे सात प्लास्टिक कंटेनर जब्त किए।
रविवार को गिरफ्तार हुए थे दो नक्सली
लातेहार में रविवार के दिन अलग-अलग अभियानों में दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी थी। पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए टीपीएससी के सदस्य रंथू गंजू को चतरा जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित उसके घर से रविवार को गिरफ्तार किया गया। गंजू एक शार्पशूटर है और वह ‘तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति’ (टीएसपीसी) के ‘जोनल कमांडर’ भीखन गंजू का करीबी सहयोगी है।
पुलिस ने बताया कि रंथू गंजू झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के बालूमाथ खंड के अध्यक्ष दिलशेर खान की हत्या के मामले में भी शामिल था। उन्होंने बताया कि एक अन्य अभियान के दौरान लातेहार जिले के मेनका थाना क्षेत्र से प्रतिबंधित संगठन ‘पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएलएफआई) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि विनोद परहिया को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह स्थानीय व्यापारियों से जबरन वसूली करने के लिए वहां गया था। पुलिस ने बताया कि वह पलामू और लातेहार जिलों में दर्ज आठ मामलों में वांछित था। (इनपुट- पीटीआई भाषा)